Republic Day Speech 2023: गणतंत्र दिवस पर देना है भाषण तो यहाँ से करे सरल शब्दों में तैयारी

Republic Day Speech 2023: गणतंत्र दिवस हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है, इस दिन 1950 में भारत के संविधान को प्रख्यापित किया गया था। गणतंत्र दिवस के दिन स्कूलों, कॉलेजों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, भाषण, निबंध लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं, जिसमे सभी बिंदुओं के साथ संक्षिप्त भाषण होना चाहिए, क्यों मनाया जाता है यह दिन और क्या है इस दिन का महत्व? वाणी में अधिक कठिन शब्द और वाक्य न लिखें, तो आइये जानने सरल सब्दो में भाषण देने की प्रक्रिया-

आदरणीय मुख्य अतिथि/प्राचार्य, मेरे शिक्षकगण और मेरे मित्र…
1. गणतंत्र दिवस हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन 1950 में भारत का संविधान लागू हुआ था।
2. डॉ. भीमराव अम्बेडकर भारतीय संविधान की प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे, इसलिए उन्हें भारतीय संविधान का जनक भी कहा जाता है। इस दिन से 26 जनवरी हर भारतीय के लिए गणतंत्र दिवस बन गया, जब उनका अपना संविधान और कानून बने और उन्हें ब्रिटिश राज से आजादी मिली।
3. 26 जनवरी इसलिए भी चुना गया क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय कांग्रेस ने भारत के लिए पूर्ण स्वराज की घोषणा की थी।
4. आपको बता दें कि दोस्तों हर साल देश के हर राज्य में गणतंत्र दिवस पर कई कार्यक्रम होते हैं, लेकिन सबसे बड़ा कार्यक्रम दिल्ली के राजपथ पर होता है. राजपथ पर गणतंत्र दिवस की भव्य परेड निकलती है
5. जिसमें हमारे देश की सैन्य ताकत और सांस्कृतिक विविधता की झलक देखी जा सकती है। परेड की अध्यक्षता भारत के राष्ट्रपति द्वारा की जाती है और रक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित की जाती है।
यह भी पढ़े- Republic Day Sale 2023: टीवी, फ्रिज और वॉशिंग मशीन पर 50 % तक की छुट, जल्द उठाये ऑफर का लाभ
6. भारत के संविधान में दिए गए मूल कर्तव्यों, मौलिक अधिकारों का वर्णन किया गया है, एक भारतीय नागरिक होने के नाते हम सभी को उनका पालन करना चाहिए और संवैधानिक आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रीय प्रतीकों का सम्मान करना चाहिए।
7. दुनिया के तमाम संविधानों को करीब से देखने के बाद डॉ. बीआर अंबेडकर ने भारतीय संविधान का मसौदा तैयार किया।
8. गणतंत्र दिवस आधिकारिक रूप से 29 जनवरी को ‘बीटिंग रिट्रीट’ समारोह के साथ समाप्त होता है।
9. मैं उन महान नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों को धन्यवाद देते हुए अपना भाषण समाप्त करना चाहता हूं जिन्होंने अपना बलिदान दिया ताकि हम एक लोकतांत्रिक राष्ट्र में रह सकें।
10. मुझे अपने विचार साझा करने का अवसर देने के लिए भी आप सभी का धन्यवाद। जय हिन्द! भारत माता की जय! वन्दे मातरम!
यह भी पढ़े- Republic Day 2023: इस गणतंत्र दिवस पर सिर्फ दिल ही नहीं बल्कि लुक को भी बनाइये हिन्दुस्तानी