Chanakya Niti: मिश्री की तरह बोले मीठे,सफलता चूमेगी आपका कदम,जानें आचार्य चाणक्य की निति

Chanakya Niti: जो व्यक्ति मीठा बोलता है और प्रेम पूर्वक व्यवहार करता है, उसके जीवन में कभी मुसीबतें नहीं आती, लोग उन्हें बहुत पसंद करते हैं. आचार्य चाणक्य ने कहा है कि जो भी व्यक्ति मीठा बोलता है, उसके जीवन में कोई भी कठिनाइयां नहीं आती है, ऐसे लोगों के सब मित्र होना चाहते हैं, तो हमें मीठा बोलना चाहिए इससे हमारा काम आसान होगा-
संसारविषवृक्षस्य द्वे फले अमृतोपमे
सुभाषितं च सुस्वादु संगतिः सुजने जने ।।
इस श्लोक में आचार्य चाणक्य ने कहा है कि संसार एक कड़वा वृक्ष है, इसके दो फल अमृत के समान मीठे हैं। मधुर आवाज और अन्य सज्जनों का साथ। इस श्लोक की व्याख्या करते हुए आचार्य चाणक्य ने कहा है कि जो मीठी वाणी बोलता है वह शत्रुओं पर भी विजय प्राप्त कर लेता है। मनुष्य को मधुर एवं प्रेमपूर्ण वचन बोलने चाहिए तथा सदैव सज्जनों की संगति में रहना चाहिए। ऐसे में आप अपना जीवन असानी से जी सकते है|
जन्म-जन्मन्यभ्यस्तं दानमध्ययनं तपः
तेनैवाऽभ्यासयोगेन तदेवाभ्यस्यते पुनः ।।
आचार्य चाणक्य ने इस श्लोक में कहा है कि मनुष्य कई जन्मों में दान, अध्ययन और तप आदि जिन बातों का अभ्यास करता है, उसी अभ्यास के कारण वह उन्हें बार-बार दोहराता है। इस श्लोक का अर्थ यह है कि मनुष्य को अपने भावी जीवन को बेहतर बनाने के लिए इस जीवन में अच्छे कर्म करने चाहिए।
यह भी पढ़े:Chankya Niti: तुरंत ही छोड़ दे ये बुरी आदतें, वरना माँ लक्ष्मी हो जायेगीं नाराज
यह भी पढ़े:Funny Jokes: एक मुर्गी नें एक बाज से शादी कर ली…..
यह भी पढ़े:MP Elections 2023: चुनाव से पहले इस नेता ने दिया बीजेपी को बड़ा झटका, छोड़ी पार्टी, पढ़ें पूरी खबर