संवेदनहीनता ने ले ली युवक की जान, सूचना के 3 घंटे बाद भी नहीं पहुंची एंबुलेंस
सतना : ट्रेन से गिरकर घायल युवक को यदि समय रहते उपचार की सुविधा मिल गई होती तो संभवत: उसे एक लावारिस की तरह जान नहीं गंवानी पड़ती. सीएचसी द्वारा सूचना दिए जाने के बावजूद भी 108 एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची. नतीजतन उपचार के आभाव में युवक ने दम तोड़ दिया.प्राप्त जानकारी के अनुसार सतना-मैहर रेल खण्ड पर उचेहरा रेलवे स्टेशन के निकट रेलवे ट्रैक के किनारे शुक्रवार की सुबह एक युवक घायल अवस्था में पड़ा मिला.
जिसे देखते हुए स्थानीय लोगों द्वारा डायल 112 को सूचना दी गई. मौके पर पहुंचे डायल 122 वाहन द्वारा सुबह लगभग 10 बजे घायल युवक को उपचार के लिए उचेहरा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा दिया गया. जहां पर ड्यूटी डॉक्टर अजीत यादव द्वारा घायल युवक का प्राथमिक उपचार किया गया. लेकिन उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे आगे के उपचार के लिए जिला अस्पताल सतना रेफर कर दिया गया.
इतमना ही नहीं बल्कि सुबह 10 बजकर 49 मिनट पर 108 एंबुलेंस को फोन कर सूचना भी दे दी गई. लेकिन इसके बावजूद तीन घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी एंबुलेंस वहां नहीं पहुंची. नतीजतन दोपहर लगभग ढाई बजे घायल युवक ने दम तोड़ दिया. इतना ही नहीं बल्कि व्यवस्था की संवेदनहीनता का अंदाजा इस बात से भसी लगाया जा सकता है कि इस मामले में पोस्टमार्टम कराए जाने को लेकर पुलिस द्वारा भी कोई सक्रियता नहीं दिखाई गई. जिसके चलते शाम के 5 बजे तक युवक का शव स्वाथ्य केंद्र के बाहर स्ट्रेचर पर ही पड़ा रहा.
पहचान के प्रयास जारी
उपचार के आभाव में दम तोडऩे वाले युवक के साथ कोई और नहीं था. गंभीर तौर पर चोटिल होने के कारण वह कुछ भी बोल पाने में अक्षम बना रहा. इतना ही नहीं उसके पास से ऐसा कोई दस्तावेज भी नहीं मिला जिससे उसकी पहचान होक सके. फिलहाल शव को स्वास्थ्य केंद्र की मर्चुरी में रखवाने के बाद पुलिस द्वारा मृतक की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं.