Weather

बारिश का इंतजार, जानें कब बरसेगें बदरा

जानें ब्रेस्ट कैंसर के कारण, लक्षण और बचाव के उपाय

 

अभी मानसून देश के कुछ हिस्सों में ही पहुचा है। तो अभी तक जून में बारिश तकनीकी रुप से ये नही दीखा रही है कि फिलहाल मानसून प्रणाली उन जगहो पर काम कैसे कर रही है।
New Delhi गर्मी ने सबका जीना बेहाल कर रखा है। भले ही मानसून आ गया है। लेकिन फिर भी लोग बारिश का इतंजार कर रहे है। जून के पहले सप्ताह में देश के करीब 90 फीसदी हिस्से में एक दिन तो बारिश हो ही जाती थी,

पर इस बार ऐसा नहीं हुआ है। आलम यह है कि जून में अब तक देश के कई हिस्सों में न तो मानसून और न ही अन्य प्रणालियों के कारण बारिश हुई है। यहां तक कि उन क्षेत्रों में भी बारिश नहीं हुई है जहां मानसून ने दस्तक दी है।

GOOGLE PHOTO

IMD के वैज्ञानिक आर.के. जेनामणि ने कहा, ‘‘दिल्ली में कुछ स्थानों पर लू चलने की चेतावनी दी गई है, लेकिन तापमान में बढ़ोतरी के आसार नहीं है।’’ उन्होंने बताया कि 11-12 जून को तापमान में गिरावट आएगी, लेकिन 15 जून तक बड़ी राहत की कोई उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा कि सप्ताहांत में बादल छाए रहेंगे,

लेकिन बारिश की संभावना कम है। तापमान 40 से 43 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहेगा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, झारखंड, तेलंगाना और मध्यप्रदेश में गुरुवार को भी लू का सामना करना पड़ेगा जबकि ओडिशा में शुक्रवार तक लू का प्रकोप जारी रहने की संभावना है।
अमूमन देश में 1 जून से मानसून की शुरुआत हो जाती है। दक्षिण-पश्चिमी हवाओं की वजह से मानसून इस तिथि को अपने पहले पड़ाव केरल के तट पर आता है और उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में जून के आखिरी हफ्ते तक पहुंचता है। ऐतिहासिक रूप से ऐसा प्री मानसून या मानसून के पहले पहुंचने के कारण होता है।

GOOGLE PHOTO

1901 के बाद से अब तक सबसे कम बारिश जून में हुई

मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के ग्रिडेड डेटासेट के अनुसार देश में जून (8 जून को सुबह 8:30 बजे तक) में अब तक 17.7 मिमी ही बारिश हुई है। यह 1961-2010 के 28.3 मिमी के औसत से 37.5 फीसदी कम है। इस आठ दिन के अंतराल में 1901 के बाद से 30वीं सबसे कम बारिश है।

मानसून की अनिश्चित शुरुआत का अंदाजा पिछले महीने हुई बारिश से लगाया जा सकता है। 14 मई को 21 मिमी और 21 मई को 35.7 मिमी बारिश हुई है। वहीं, जून में पांच दिनों में 30 प्रतिशत कम बारिश हुई।

आधे देश में जून में अब तक एक दिन भी नहीं हुई बारिश

इस बार मानसून में अधिक वर्षा की कमी केवल कुछ स्थानों पर कम बारिश होने का परिणाम नहीं है। देश के अधिकांश हिस्सों में अब तक बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई है।

GOOGLE PHOTO

IMD का ग्रिडेड डेटासेट ने 4,685 ग्रिड बारिश होने का संकेत दिया है, लेकिन इस माह अब तक केवल 38.1 प्रतिशत ग्रिड में एक दिन से अधिक और तीन दिनों से अधिक 19 फीसदी ही बारिश हुई है। करीब आधे ग्रिड यानी 47 फीसदी में बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई है। ये नो-रेनफॉल ग्रिड लगभग पूरे उत्तर और मध्य भारत को कवर करता है।

जहां मानसून पहुंचा, वहां भी बरसात नहीं

देश के कई हिस्सों में मानसून अभी तक नहीं पहुंचा है। इसलिए जून में अब तक की बारिश तकनीकी रूप से इस बात का संकेत नहीं है कि उन जगहों पर मानसून प्रणाली कैसे काम कर रही है।

इस बार प्री-मानसून बारिश भी कम हुई है। हालांकि बारिश उन जगहों पर और अच्छी तरह से हो सकती है जहां इस समय मानसून आने की उम्मीद नहीं है, जैसे उत्तर और मध्य भारत। वहीं, जहां मानसून आ गया है, वहां अच्छी बारिश नहीं हुई है।

8 जून को IMD की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, दक्षिण के आधे हिस्से और सभी उत्तर-पूर्वी राज्यों में मानसून आ गया है। अन्य राज्यों की तुलना में तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में 1 जून से अधिक बारिश हुई है। वहीं, कर्नाटक में सामान्य बारिश हुई है।

केरल में मानसून पूरी तरह छा गया है। फिर भी यहां 53 प्रतिशत कम बारिश हुई है, जो 1901 के बाद से 26 वां सबसे कम बारिश हुई। उधर, उत्तर-पूर्व में त्रिपुरा और मिजोरम में भी क्रमश: 37 प्रतिशत और 21 प्रतिशत कम बारिश हुई है।

 

Shilpi Raj MMS Video: शिल्पी राज के MMS वीडियो Whatsapp, Youtube से होगा डिलीट,तुरंत क्लिक करें और देखें

यह पोस्ट आपको कैसा लगा ?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0

नई ताक़त न्यूज़

देश का तेजी से बढ़ता विश्वसनीय दैनिक न्यूज़ पोर्टल। http://naitaaqat.in/

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker