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मुम्बई (ईएमएस)। कर्नाटक के उभरते हुए क्रिकेटर प्रखर चतुर्वेदी ने कूच बिहार ट्रॉफी के फाइनल में मुंबई के खिलाफ 404 रन की ऐतिहासिक पारी खेलकर सबको हैरान कर दिया। प्रखर को शुरुआत में अंडर-16 टीम में भी जगह नहीं मिली थी। इसके बाद भी उनकी बल्लेबाजी देखकर चयनकर्ता अब उन्हें राष्ट्रीय टीम में जगह दे सकते हैं।
प्रखर भारत के ऐसे पहले क्रिकेटर हैं जिन्होंने कूच बिहार ट्रॉफी के फाइनल में 400 रन बनाये हैं। इससे पहले इस टूर्नामेंट के फाइनल में सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड युवराज सिंह के नाम था। युवराज ने तब 358 रन बनाये थे। प्रखर अब युवराज का रिकार्ड तोड़कर सबकी निगाहों में आ गये हैं।
प्रखर के कोच के. जसवंत ने कहा, ‘ प्रतिभाशाली होने के बाद भी उसका चयन अंडर-16 टीम में भी नहीं हुआ था। उसकी क्षमताओं के बारे में चयनकर्ताओं को समझाना बेहद कठिन रहा। अंडर-19 टीम में भी उसे बेहद मुश्किल से जगह मिली थी। कोच ने कहा, ‘प्रखर उन खिलाड़ियों के लिए एक मिसाल है, जो अंडर-19 टीम के लिए नहीं चुने गए, हैरानी नहीं होनी चाहिए यदि उन्हें कर्नाटक की सीनियर टीम में चुन लिया जाए।’ कर्नाटक की टीम को जहां रणजी ट्रॉफी के मुकाबले में गुजरात से हार का सामना करना पड़ा है। वहीं प्रखर की पार से कर्नाटक टीम ने मुंबई के खिलाफ 510 रनों की बढ़त हासिल की।
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