सीधी। आसमान से बरस रही आग के चलते बिना एसी-कूलर के जीना मुश्किल हो चुका है। भीषण गर्मी के चलते बीमारी का प्रकोप भी बढ़ चुका है। चिकित्सकों के यहां मरीजों की भीड़ उमडऩे लगी है।
नौतपा के समाप्त होते ही गर्मी की विभीषिका प्रचंड रूप धारण कर चुकी है। सुबह 8 बजे के बाद से ही सूर्य देव की किरणे आग बरसाना शुरू कर देती हैं। भीषण गर्मी के चलते घर से बाहर निकलने वालों को जहां भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है वहीं घर के अंदर भी बिना एसी और कूलर के जीना मुहाल हो चुका है। दो दिनों से पारा 42 डिग्री को पार कर चुका है। तेज धूप एवं गरम हवाओं के चलते बाजार में दोपहर से सन्नाटा पसर जाता है। सडक़ें वीरान नजर आती हैं। गर्म हवाओं के चलते ही लू लगने का खतरा भी बढ़ चुका है। स्थिति यह है कि अब लोग तेज धूप एवं लू से बचने के लिये गमछा या नकाब का सहारा लेने को मजबूर हैं। जिससे लू के थपेड़ो से बचा जा सके।
भीषण गर्मी के घर से बाहर निकलने पर लोगों को शीतल पेयजल की जरूरत भी महसूस होती है। सूखे कंठों की प्यास बुझाने के लिये लोग पानी की तलाश में इधर-उधर भटकते देखे जा सकते हैं। भीषण गर्मी एवं लू के चलते मरीजों की भीड़ भी बढऩे लगी है। डॉक्टरों के पास काफी संख्या में ऐसे मरीज पहुंच रहे हैं जिनका स्वास्थ्य भीषण गर्मी के चलते बिगड़ा हुआ है। पेट से संबंधित मरीजों की संख्या तेजी के साथ बढ़ रही है। कारण लोगों के प्रदूषित खाद्य सामग्री का उपयोग करते ही पेट संबंधी तकलीफें सबसे ज्यादा बढ़ जाती हैं। बीपी के मरीज एवं बच्चों के बीमार पडऩे का सिलसिला भी तेजी से बढ़ रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि भीषण गर्मी में सावधानी काफी आवश्यक है। यदि भीषण गर्मी के दिनों में प्रदूषित एवं गरिष्ठ खाद्य सामग्री का सेवन किया जाता है तो यह खाद्य सामग्री कई लोगों को भारी पड़ सकती है।
बढ़ते तापमान पर एक नजर
दिनांक दिन तापमान (अधि/न्यू)
04/06/25 बुधवार 35/27
05/06/25 गुरूवार 37/26
06/06/25 शुक्रवार 39/26
07/06/25 शनिवार 40/29
08/06/25 रविवार 41/29
09/06/25 सोमवार 43/31
10/06/25 मंगलवार 43/31
भोपाल जिले में राजस्व विभाग के राजस्व निरीक्षकों और पटवारियों की नई पदस्थापना