Mughal History: जब भी मुगल की बात आती है. तो लोग यह जानने की कोशिश करते हैं. कि मुगलों का जीवन कैसा होता था मुगल की महारानियां कैसे रहा करती थी. और शहजादियां कैसे रहा करती थी तो लिए आज हम आपको बताएंगे मुग़ल कि उसे शहजादी (princess) के बारे में जो सबसे अमीर थी.
यह भी पढ़े:Mughal History: ये मुगल महारानी सत्ता के लिए अपने ही बेटी की बन गई सास,जानें पूरी कहानी
मुगल काल की महिलाएं पर्दे में और चार दीवारों में ही रहा करती थी लेकिन यहां भी वह आस की जिंदगी जिया करती थी इन रानियां और शहजादियों को भत्ता दिया जाता था कई रानियां ऐसी भी थी जिनके नाम जागरे कर दी जाती थी वेतन उनकी आजीविका भत्ता के अनुसार दिया जाता था. ताकि वह अपने जरूरत को पूरा कर सके मुगल शहजादियों को सही रकम देने की व्यवस्था बाबर ने की थी बाबर ने रानियां सजा दिया और हरम में रहने वाली महिलाओं को लाखों का वेतन दिया करती थी.
रानी और हरम में रहने वाली महिलाओं की वेतन का पैमाना काफी अलग होता था कहा जाता था की सबसे पहले बाबर ने वेतन इब्राहिम लोदी (Ibrahim lodi) की मां को दी थी वेतन के साथ जागीर भी देने का फैसला किया था मुगल इतिहास में सबसे ज्यादा वेतन औरंगजेब (Aurangzeb) की बहन ‘जहांआरा‘ (Jahanara) को मिलता था कहा जाता है.
वह सबसे आमिर थी. कि शहजादा को शाही रकम दिया जाता था जहांआरा के बाद औरंगज़ेब को हीराबाई से प्यार हो गया था फिर उसकी बेटी जेबुनिसा को भी सबसे ज्यादा दिया वेतन जाने लगा कहां जाता है कि इसकी रकम चार लाख थी लेकिन जब औरंगजेब और जेबुनिसा के बीच बातचीत बंद हुई तो उनका वेतन भी बंद कर दिया गया.