Singrauli: सिंगरौली जिले में कई पर्यटन स्थल और ऐतिहासिक किले हैं जहां देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं, न केवल मध्य प्रदेश बल्कि मध्य प्रदेश के हर जिले में कोई न कोई ऐतिहासिक और रहस्यमयी किला है जिसकी जरूरत देश ही नहीं विदेश से भी लोगों को होती है वो भी मिलने आते हैं. आज हम बात कर रहे हैं सिंगरौली जिले के बर्दी किले के बारे में जहां की खूबसूरती से लोग मंत्रमुग्ध हो जाते हैं, अगर आप कभी सिंगरौली जिले में घूमने जाएं तो चितरंगी के पास स्थित बर्दी के इस किले को जरूर देखें आइए जानते हैं सिंगरौली जिला बर्दी के बारे में कुछ अनोखी बातें—Singrauli
बर्दी किला सिंगरौली जिले के चितरंगी में स्थित है
देश का हृदय स्थल मध्य प्रदेश कई पर्यटन स्थलों और ऐतिहासिक गांवों से भरा पड़ा है। मध्य प्रदेश के कई जिलों में ऐसे कई रहस्यमयी पर्यटन स्थल और किले हैं जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं जिले में स्थित है जो अभी भी कई लोगों के लिए अज्ञात है। यह किला सिंगरौली जिले के चितरंगी थाना क्षेत्र के बर्दी गांव में स्थित है जो जिला मुख्यालय से लगभग 92 किमी दूर है। Singrauli
सिंगरौली जिले के बर्दी किले का इतिहास
वैसे तोSingrauli जिला अपनी ऐतिहासिक विरासत के लिए जाना जाता है क्योंकि सिंगरौली जिले में कुछ ऐसी ऐतिहासिक चीजें हैं जिनके बारे में लोग जानना चाहते हैं। आज भी सिंगरौली जिले के चितरंगी गांव बर्दी में हजारों साल पुराना किला स्थित है जिसे बर्दी किला के नाम से जाना जाता है।
आपको बता दें कि गोपद नदी और सोन नदी के संगम के पास 18वीं शताब्दी में बना बर्दी का यह किला आज भी यहां स्थित है, जिसे देखने न केवल सिंगरौली जिले के लोग बल्कि मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ और विदेशों से भी लोग आते हैं। दूसरे राज्यों से भी लोग किले को देखने आते हैं। बर्दी के लिए का निर्माण राजा मयूर शाह ने अपनी राजधानी बनाने के लिए करवाया था।
बर्दी किले के अंदर मां बरदेश्वरी का मंदिर
आपको बता दें कि बर्दी में स्थित इस किले के अंदर मां बरदेश्वरी देवी का एक मंदिर भी बनाया गया है, जिसमें मां बरदेश्वरी की मूर्ति स्थापित की गई है। लोगों का मानना है कि जो भी भक्त सच्चे मन से मां बरदेश्वरी देवी के दर्शन करता है और उनसे प्रार्थना करता है उसकी मनोकामना जल्द ही पूरी होती है। इसलिए जब भी आप सिंगरौली जिले के चितरंगी इलाके में जाएं तो वहां से कुछ दूरी पर स्थित बर्दी गांव के इस किले में जरूर जाएं और मां वरदेश्वरी देवी के दर्शन करें और उन्हें अपनी मनोकामनाएं बताएं।
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