- राजीव चौक माजन मोड़ से इंदिरा चौक डामरीकरण के गारंटी पीरियड पर उठे सवाल
- पीडब्लूडी के एसओआर में 5 साल की गारंटी, तो नगर निगम नें कैसे बदलकर 4 साल किया
- जिसने 4 करोड़ में सड़क बनाई, उसी को 80 लाख में दें दिया पैच मरम्मत
- शिवशंकर इलेक्ट्रीकल प्रा लि पर मेहरबान नगर निगम प्रशासन
- घटिया पैच रिपेयर से नगर के लोगों नें कार्यपालन यंत्री और ठेकेदार की साँठ गांठ पर उठाया सवाल
- कहा लोकायुक्त की जाँच में दोषियों नें ही दोबारा क्यों लीपापोती की
- लोकायुक्त और नगरिय प्रशासन मंत्री से जाँच की मांग
SINGRAULI NEWS : l नगर पालिक निगम सिंगरौली में अधिकारियो और ठेकेदारों की मिलीभगत से शासन के नियम क़ानून को भी ठेंगा दिखाने से बाज नहीं आ रहें है l जिससे नगर निगम को लाखों- करोड़ों का चूना लगाने की रफ़्तार पर ब्रेक नहीं लग पा रहा है l ताज्जुब तो तब है जब मध्यप्रदेश शासन के लोक निर्माण विभाग के एसओआर को भी दरकिनार कर ठेकेदार को लाभ पहुंचाने से बाज नहीं आ रहें है l यहा तक की जिस रोड़ के डामरीकरण में लोकायुक्त में दोषियों द्वारा फिर से उसी ठेकेदार को काम देने से अपने आप को नहीं रोक पा रहें है l
जानकारी के अनुसार नगर पालिक निगम सिंगरौली नें शिवशंकर इलेक्ट्रीकल प्रा लि द्वारा 2019 में राजीव चौक माजन मोड़ से इंदिरा चौक नवजीवन विहार तक लगभग 4 करोड़ में 6.50 किलोमीटर आरसीसी रोड़ पर डामरीकरण कराया गया था, यह रोड़ कथित तौर पर 4 साल की गारंटी पीरियड से पहले ही जगह- जगह टूटकर बिखर गई l जिसमे घटिया निर्माण और कम थिकनेस को लेकर लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई गयी l जिसकी लोकायुक्त संगठन नें जाँच कराकर ठेकेदार शिवशंकर इलेक्ट्रीकल और कार्यपालन यंत्री व्ही बी उपाध्याय, सहायक यंत्री संतोष पाण्डेय और उप यंत्री पीके सिंह समेत कई लोगो को दोषी ठहराया हैंl इस रिपोर्ट पर नगर निगम की महापौर श्रीमती रानी अग्रवाल नें मेयर इन काऊंसिल मे उक्त तीनों जिम्मेदारो को बर्खास्त करने का निर्णय भी लिया है l जिसमे कुछ नें उच्च न्यायालय से स्थगन प्राप्त किया है l
पीडब्लूडी के एसओ आर में डामरीकरण कार्य की 4 साल की गारंटी ही नहीं
नगर पालिक निगम सिंगरौली के निर्माण विभाग के तकनिकी अधिकारी और स्टॉफ ठेकेदार शिवशंकर इलेक्ट्रीकल की साँठ गांठ से डामरीकरण कार्य की 4 साल की गारंटी पीरियड की शर्ते जोड़कर अनुचित लाभ पहुंचाने की मंसा साफ दिखाई दें रही है l
जबकि लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री व्हीके चौरसिया नें बताया कि पीडब्लूडी के 2014 के लागू एसओआर में डामरिकरण कार्य में 5साल की गारंटी है, 4 साल का कोई उल्लेख ही नहीं है l लेकिन नगर पालिक निगम प्रशासन द्वारा ठेकेदार को लाभ पहुंचाने नियम कायदे भी ताक पर रख दिया है l
80 लाख में घटिया पैच रिपेयर, ठेकेदार का काम देखकर सब हैरान
नगर निगम प्रशासन द्वारा जिस शिवशंकर इलेक्ट्रीकल एन्ड सिविल इंजिनियरिंग प्रा लि से 4 साल पहले 4 करोड़ 21 लाख की अनुमानित लागत के 1.25 प्रतिशत अधिक एसओआर यानी 4 करोड़ 45 लाख के डामरिकरण कार्य कराया अब उसी को 80 लाख में पैच रिपेयर का काम दें दिया l इस रोड़ के काम पर लोकायुक्त की कार्रवाही विचाराधीन ही है कि उसी ठेकेदार को एक बार भी ब्लैकलिस्ट करने के बजाय उपकृत कर रहा है l इसके पैच मरम्मत को देखकर दूसरे बिभाग के अधिकारी और आम लोग भी अपनी हसीं नहीं रोक पा रहें है l ऐसा घटिया पैच वर्क शायद ही कही देखने को दिखाई दें जायl
नगरीय प्रशासन मंत्री और लोकायुक्त से जाँच की मांग
नगर पालिक निगम सिंगरौली के अधिकारियो और ठेकेदार की मिलीभगत से लोक निर्माण विभाग के एसओआर को दरकिनार कर डामरीकरण की गारंटी पीरियड घटाने या छेड़छाड़ करने और घटिया पैच मरम्मत उसी ठेकेदार को लोकायुक्त की जाँच के बाद भी देने के मुद्दे पर मुखर लोगों नें प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री व लोकायुक्त से एक बार फिर जाँच की मांग की गई है l साथ ही संलिप्त लोगो के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है l