दो साल पहले बंद कराया अब बिना पंजीयन संचालित हो रहा था अस्पताल
सीहोर। जिस अस्पताल को दो साल पूर्व मार्च 23 में बंद करने के आदेश सीएमएचओ द्वारा दिए गए थे वह अस्पताल तब से बिना पंजीयन संचालित होता पाया गया. दो कमरों में संचालित हो रहे इस अस्पताल में मौके पर कोई डॉक्टर मौजूद नहीं पाया गया. इस अस्पताल में केवल महिलाओं के प्रसव ही कराए जाते हैं. जांच दल ने यहां निरीक्षण कर अपना प्रतिवेदन सीएमएचओ को सौंपा है.
जिले में बिना पंजीयन और नियम विरुद्ध चल रहे निजी अस्पतालो की जांच को लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने टीम गठित की है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिले के श्यामपुर तहसील के ग्राम सोनकच्छ में आरोग्य केयर अस्पताल लिखितकर नर्सिंग होम का निरीक्षण किया तो चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. नर्सिंग होम बिना पंजीयन के ही अवैध रूप से संचालित किया जा रहा है, जबकि अस्पताल की रजिस्ट्रेशन 2023 में ही रद्द कर दिया गया था. यहां पर निरीक्षण के दौरान कई खामियां उजागर हुई हैं. जांच दल ने यहां निरीक्षण कर अपना प्रतिवेदन सीएमएचओ सुधीर कुमार डेहरिया को सौंपा है.
गौरतलब है कि सीहोर विधानसभा के ग्राम सोनकच्छ क्षेत्र में लिखितकर नर्सिंग होम काफी लंबे समय से अवैध रुप से बिना पंजीयन के संचालित किया जा रहा है. अस्पताल में सिर्फ दो कमरे हैं और पर्याप्त मेडिकल उपकरण भी नहीं हैं इसके बावजूद भी यहां पर महिलाओं के प्रसव किए जाते हैं. पांच सदस्यीय जांच दल जिसमें डीएचओ डा राश्मि पटेल, डॉ. नीरज डागौर सहित अन्य स्टाफ ने यहां पहुंचकर निरीक्षण किया तो यहां कई खामिया सामने आई. यहां पर बिना पंजीयन के मेडिकल संचालित की जा रही थी. यहां 164 डिलेवरी की केस सीट देखी गई जिसमें कोई भी जानकारी भरी नहीं गई थी. अप्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ यहां पदस्थ है. निरीक्षण के दौरान सिर्फ तीन स्टाफ मौके पर मिला. डाक्टर और अन्य स्टाफ नदारद रहा. यहां से डिलेवरी कराने वाले महिला डाक्टर और एक और अन्य डाक्टर नदारद मिले.वहीं बायोबेस्ट के निष्पादन के भी उचित इंतजाम नहीं थे. टीम ने अपना जांच प्रतिवेदन आगामी कार्रवाई के लिए सीएमएचओ डा सुधीर कुमार डेहरिया के समक्ष प्रस्तुत कर दिया है.