ऑनलाइन श्रद्धा का बड़ा फरेब: अयोध्या में रामलला के नाम पर 3.85 करोड़ का प्रसाद फ्रॉड, 6.30 लाख श्रद्धालुओं से ठगी
आरोपी की वेबसाइट से 51 रुपये में “प्रसाद”, साइबर पुलिस ने 2.15 करोड़ रुपये कराए रिकवर
अयोध्या | 6 जून 2025
भगवान राम के नाम पर आस्था और श्रद्धा का लाभ उठाकर करोड़ों की ठगी करने का सनसनीखेज मामला अयोध्या में सामने आया है। राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के नाम पर प्रसाद भेजने का दावा करते हुए एक युवक ने फर्जी वेबसाइट बनाकर देश-विदेश के लाखों श्रद्धालुओं से 3.85 करोड़ रुपये की वसूली कर डाली।
कैसे हुआ फ्रॉड?
उत्तर प्रदेश साइबर क्राइम पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी आशीष सिंह ने khadiorganic.com नाम से एक वेबसाइट बनाई थी। इस वेबसाइट पर यह प्रचारित किया गया कि श्रद्धालुओं को प्रसाद सीधे अयोध्या स्थित रामलला मंदिर से भेजा जाएगा।
- भारत के श्रद्धालुओं से 51 रुपये
- विदेशी श्रद्धालुओं से 11 डॉलर
प्रति ऑर्डर लिए गए।
यह धोखाधड़ी 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के समय हुई, जब देश-विदेश में मंदिर को लेकर भारी उत्साह था।
आंकड़ों में ठगी की हकीकत
- कुल ठगे गए श्रद्धालु: 6,30,695
- ठगी की कुल राशि: 3.85 करोड़ रुपये
- रिकवर की गई राशि: 2.15 करोड़ रुपये
- बाकी 1.70 करोड़ रुपये की रिकवरी अभी प्रक्रिया में है
कैसे हुई गिरफ्तारी?
अयोध्या साइबर थाना पुलिस ने तकनीकी ट्रैकिंग और बैंक ट्रांजेक्शन ट्रेसिंग के जरिए आरोपी आशीष सिंह को गिरफ्तार किया।
वेबसाइट और फर्जी भुगतान गेटवे के जरिए लोगों से पैसे वसूले गए थे, जिनमें से अधिकांश UPI और कार्ड पेमेंट से आए थे।
पुलिस ने इसे बताया सबसे बड़ी साइबर रिकवरी में से एक
अयोध्या साइबर पुलिस के अनुसार, इस मामले में अब तक की सबसे बड़ी रकम की साइबर रिकवरी की गई है। श्रद्धालुओं की आस्था के नाम पर हुई यह ठगी राष्ट्रीय स्तर पर चिंता का विषय बन गई थी।
यहां से लें सबक – सतर्क रहें, श्रद्धा में ठगे न जाएं:
🔹 किसी भी धार्मिक सेवा या प्रसाद बुकिंग के लिए अधिकृत वेबसाइट और सरकारी पोर्टल का ही प्रयोग करें
🔹 ऑनलाइन पेमेंट करते समय वेबसाइट की सत्यता जांचें
🔹 कोई भी वेबसाइट जो अधिक प्रचार या सस्ते ऑफर दे रही हो, उस पर संदेह करें
🔹 साइबर फ्रॉड की शिकायत 1930 या cybercrime.gov.in पर करें
🙏 धार्मिक आस्था के नाम पर डिजिटल ठगी पर कड़ी कार्रवाई की ज़रूरत है। रामलला के नाम को ढाल बनाकर करोड़ों की कमाई करने वालों पर कठोरतम दंड होना चाहिए ताकि भविष्य में कोई श्रद्धा के साथ धोखा न कर सके।