सरिए और सीमेंट की नए रेट से ठेकेदारों और बिल्डरों में हड़कंप मच गई है।

By News Desk

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सरिए और सीमेंट की नए रेट से ठेकेदारों और बिल्डरों में हड़कंप मच गई है।

 

भारत सरकार ने  आजकल  (Nowadays) घर बनाने वाले लोगों के लिए सबसे महंगी निर्माण सामग्री  (expensive construction materials) की कीमतें एक बड़ी चिंता  (great concern) का विषय थीं। लेकिन सरकार  (Government) ने हाल ही में एक बड़ा फैसला (big decision)  लिया है जिससे सीमेंट, रेत, और सरिया जैसी ज़रूरी निर्माण सामग्री  (construction materials) की कीमतें कम (Less)  हो गई हैं।  घर बनाना या उसकी मरम्मत (repair)  करना अब हर किसी के जीवन की एक बड़ी योजना बन गई है, जिसमें सरिया और सीमेंट की खास भूमिका  (special role) होती है। इन दोनों सामग्रियों की बदलती दरों  (changing rates) का निर्माण कार्य  (construction work) की लागत पर सबसे ज़्यादा असर पड़ता है। जब इनकी कीमतें बढ़ती हैं, तो घर बनाने का सपना  (Dream) पूरा होना मुश्किल हो जाता है।

 

सरकार का मुख्य उद्देश्य (main objective)  निर्माण सामग्री को आम जनता की पहुँच में लाना है ताकि हर व्यक्ति अपने सपनों का घर  (Home) बना सके। यह बदलाव नई GST दरों के लागू होने के बाद हुआ है। इस बदलाव (shift)  से न सिर्फ़ आम उपभोक्ताओं  (consumers) को बल्कि निर्माण क्षेत्र  (construction sector) से जुड़े व्यवसायों  (professions) को भी राहत मिली है।  जिससे घर बनाना आसान  (Easy) हो गया है।

सीमेंट की कीमत 

सीमेंट नाम  प्राइस
अल्ट्राटेक सीमेंट ₹360
एसीसी सीमेंट ₹390
अंबुजा सीमेंट ₹350
बिड़ला गोल्ड सीमेंट ₹380

 

सरिया की कीमत

सरिया का नाम प्राइस 
TMT सरिया (10 मिमी) ₹65.55 प्रति किलोग्राम
TMT सरिया (8 मिमी) ₹43,400 प्रति टन
TMT सरिया (12 मिमी) ₹42,000 प्रति टन
स्टील रिबार्स ₹62,000 प्रति टन

 

 

भारत सरकार  (Government of India)  ने GST दरों में संशोधन  (Amendment) करके कई निर्माण सामग्री  (construction materials) पर GST दरों को कम कर दिया है। पहले सीमेंट पर 28% GST लगता था जिसे अब घटाकर 18% कर दिया गया है। इसी तरह, सरिया और अन्य सामग्रियों (materials) पर भी GST की दरें कम कर दी गई हैं।

सरकारी फैसलों  (government decisions) में सबसे बड़ा बदलाव जीएसटी दरों में कमी के रूप में आया है। सरकार (Government)  ने सीमेंट और सरिया जैसी बुनियादी वस्तुओं  (basic goods) पर लागू जीएसटी दरों में कमी की है। इससे खुदरा और थोक दोनों बाजारों में कीमतों में तेज़ी से गिरावट  (decline)  देखी गई है। जहाँ पहले सीमेंट, रेत,  और सरिया जैसी वस्तुएँ आम आदमी की पहुँच से बाहर लगती थीं, वहीं अब ये पहले से कहीं ज़्यादा सस्ती  (affordable) हो गई हैं।

 

 

सीमेंट (cement,) , सरिया (Iron rods) , रेत (Sand) ,  और  रेत (Sand) जैसी निर्माण सामग्री  (construction materials) पर भी जीएसटी दरें कम की गई हैं ताकि घर बनाना सस्ता  (Cheap)  हो और ज़्यादा से ज़्यादा लोग इसका फ़ायदा  (advantage) उठा सकें। इससे न सिर्फ़ आम लोगों को बल्कि रियल एस्टेट सेक्टर को भी फ़ायदा होगा और आर्थिक विकास (economic development)  को बढ़ावा मिलेगा।

सरकार का उद्देश्य निर्माण क्षेत्र  (objective construction area) की लागत कम करके लोगों की अब  हर गरीब   (Poor) अपने सपनों का घर बना सके । यह बदलाव 22 सितंबर, 2025 से लागू हुआ है और तब से बाजार में सामग्री की कीमतों (prices)  में कमी आनी शुरू हो गई है। सीमेंट की कीमत ₹30 से ₹40 प्रति बोरी तक गिर गई है, जबकि सरिया (Iron rods)  की कीमत में भी लगभग 5 से 10% की गिरावट (decline)  आ रही है।

 

रेत और गिट्टी  (Ballast) की कीमतों में भी काफी कमी  (considerable shortage) आई है जिससे छत और दीवारें बनाने की लागत कम  (cost less) हुई है। इस फैसले से सरकार  (Government)  ने संकेत दिया है कि वह अपने ‘सबको घर’ लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए निर्माण सामग्री  (construction materials) की कीमतों को सुलभ  (accessible) बनाने की दिशा में काम कर रही है। इससे निर्माण क्षेत्र  (construction sector) में नए निवेश और रोजगार सृजन  (employment generation) को भी बढ़ावा मिलेगा।

 

 

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