Chanakya Niti : स्त्री को संतुष्ट करने के लिए हाथी की तरह व्यवहार करें, वह एक ही झटके में खुश हो जाएगी।

By Awanish Tiwari

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Chanakya Niti

आचार्य चाणक्य की नीति मानव जीवन के लिए बहुत उपयोगी मानी जाती है। इसमें आचार्य चाणक्य ने मानव जीवन के कई ऐसे सिद्धांत बताए हैं, जिन्हें समझकर कोई भी व्यक्ति आसानी से अपना जीवन सुखी और सफल बना सकता है।Chanakya Niti

chanakya niti: आचार्य चाणक्य की नीति मानव जीवन के लिए बहुत उपयोगी मानी जाती है। इसमें आचार्य चाणक्य ने मानव जीवन के कई ऐसे सिद्धांत बताए हैं, जिन्हें समझकर कोई भी व्यक्ति आसानी से अपना जीवन सुखी और सफल बना सकता है। नीतिशास्त्र में पुरुषों से जुड़े गुणों का जिक्र करते हुए आचार्य कहते हैं कि अगर किसी पुरुष में हाथी के समान 5 गुण हों तो उसकी पत्नी उससे हमेशा संतुष्ट रहती है।Chanakya Niti

चाणक्य कहते हैं कि यदि हाथी के 5 गुण पुरुष में हों तो उसकी स्त्री हमेशा संतुष्ट रहती है। ऐसे गुणों वाला व्यक्ति परिवार को सुखी और समृद्ध रखता है। तो आइए हम आपको बताते हैं कि वो कौन से गुण हैं जो पुरुषों को ये क्षमता देते हैं।

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1. संतुष्ट होना

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि मनुष्य को जितना हो सके उतनी मेहनत करनी चाहिए और जो धन या फल मिले उससे संतुष्ट और खुश रहना चाहिए। ऊँट को जितना अधिक भोजन मिलता है, वह उतना ही अधिक संतुष्ट हो जाता है। उसी प्रकार पुरुषों को भी मेहनत की कमाई से अपने परिवार का भरण-पोषण करना चाहिए, जिन पुरुषों में यह गुण होता है वे सफलता प्राप्त करते हैं।

2. सतर्क रहें

आचार्य के अनुसार जिस तरह हाथी गहरी नींद में होने के बाद भी सतर्क रहते हैं, उसी तरह पुरुषों को भी अपने परिवार-महिलाओं और कर्तव्यों के प्रति हमेशा सतर्क रहना चाहिए। परिवार और स्वयं की सुरक्षा के लिए शत्रुओं से सदैव सावधान रहें। चाहे आप कितनी भी गहरी नींद में हों, आपके अंदर जरा सी आहट पर जागने का गुण होना चाहिए। ऐसे गुणों वाला व्यक्ति अपनी पत्नी को हमेशा खुश रखेगा।

3. वफ़ादारी

चाणक्य कहते हैं कि जिस प्रकार हाथी की वफादारी पर कोई संदेह नहीं कर सकता, उसी प्रकार मनुष्य को भी अपनी पत्नी और काम के प्रति हमेशा वफादार रहना चाहिए। जो पुरुष अनजान स्त्रियों को देखकर भी ईर्ष्या करता है, उसके घर में कलह रहती है। ऐसे पुरुष के साथ स्त्री कभी खुश नहीं रहती, क्योंकि पत्नी अपने पति की वफादारी से ही खुश रहती है।

4. वीरता

आचार्य का कहना है कि हाथी एक निडर और वीर प्राणी है, वह अपने मालिक की रक्षा के लिए अपनी जान भी गंवा सकता है। उसी प्रकार पुरुषों को भी साहसी होना चाहिए, जरूरत पड़ने पर अपनी पत्नी और परिवार के लिए अपनी जान जोखिम में डालने से भी नहीं हिचकिचाना चाहिए।

5. संतुष्ट रहें

आचार्य चाणक्य के अनुसार मनुष्य का पहला कर्तव्य अपनी पत्नी को हर तरह से संतुष्ट रखना है, जो पुरुष अपनी पत्नी को शारीरिक और मानसिक रूप से संतुष्ट रखता है उसकी पत्नी हमेशा खुश रहती है। ऐसा करने वाला पुरुष सदैव अपनी पत्नी का प्रिय बना रहता है।

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