Hill Station: गर्मी की तपिश बढ़ती जा रही है और लोग घुमने के लिए छुट्टियों की योजना बनाने लगे हैं। लोग गर्मी से राहत पाने के लिए हिल स्टेशनों पर जाने की तैयारी कर रहे हैं. ज्यादातर लोग परिवार या दोस्तों के साथ कुल्लू-मनाली या शिमला जाना पसंद करते हैं। लेकिन इस साल गर्मी की छुट्टियों में आप इन सभी हिल स्टेशनों की बजाय एमपी के एकमात्र हिल स्टेशन पर जाएं। यहां जाकर आप बाकी हिल स्टेशनों को भूल जाएंगे और आपकी यात्रा यादगार बन जाएगी–Hill Station
Former capital of Madhya Pradesh, know the complete history
पहले पचमढ़ी पर गोंड जनजाति का शासन था। ब्रिटिश काल से पहले यह इस गोंड जनजाति की राजधानी थी। 1857 में अंग्रेजों ने पचमढ़ी पर आधिकारिक रूप से कब्ज़ा कर लिया। इस शानदार हिल स्टेशन को 1887 में ब्रिटिश सैनिक कैप्टन जेम्स फोर्थ ने पश्चिमी दुनिया से परिचित कराया था। दिलचस्प बात यह है कि अंग्रेजों ने पचमढ़ी को मध्य प्रदेश की राजधानी भी बनाया था.
आजादी के बाद 1967 तक पचमढ़ी मध्य प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी थी। यहां अन्य मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री का बंगला भी मौजूद है. इसके साथ ही राजभवन भी है, जहां राज्यपाल अक्सर समय बिताते हैं. कई राजनीतिक दल भी यहां अपनी बैठकें करते हैं।
Why is Pachmarhi special?
पचमढ़ी को पचमढ़ी कैंट के नाम से भी जाना जाता है। इसे सतपुड़ा की रानी भी कहा जाता है। यह हिल स्टेशन होशंगाबाद जिले में 1100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह लोकप्रिय पर्यटन स्थल मध्य प्रदेश का सबसे ऊंचा पर्यटन स्थल है। यह खूबसूरत जगह सतपुड़ा की खूबसूरत पहाड़ियों से घिरी हुई है। खूबसूरत झरने, बहती नदियाँ या खूबसूरत घाटियाँ सभी यहाँ मौजूद हैं।
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