मध्यप्रदेश मौसम अपडेट: बारिश-आंधी और लू का दोहरा असर, 25 मई से नौतपा भी देगा दस्तक
भोपाल | 16 मई 2025
मध्यप्रदेश में मई का महीना इस बार दोहरी चुनौती लेकर आया है — एक ओर तेज आंधी और बारिश का सिलसिला तो दूसरी ओर कुछ इलाकों में लू का प्रकोप। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने आगामी 19 मई तक राज्यभर में मौसम के अस्थिर रहने का अलर्ट जारी किया है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन की सक्रियता के चलते मौसम तेजी से बदल रहा है।
21 जिलों में बारिश, 3 जिलों में लू का अलर्ट
राज्य के 21 जिलों में शुक्रवार से तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं, उत्तर मध्य क्षेत्र के तीन प्रमुख जिलों — निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर — में लू का असर दिखेगा। यहां तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री सेल्सियस अधिक रह सकता है।
अलग-अलग दिनों की विस्तृत पूर्वानुमान रिपोर्ट:
17 मई (शुक्रवार)
- लू का असर: निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर।
- बारिश के आसार: नीमच, मंदसौर, इंदौर, उज्जैन, बड़वानी, धार, शाजापुर, देवास, नर्मदापुरम, बैतूल, मंडला, सिवनी।
18 मई (शनिवार)
- लू की चेतावनी बरकरार: छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी।
- आंधी-बारिश संभावित: इंदौर, देवास, उज्जैन, नर्मदापुरम, बड़वानी, बैतूल, डिंडौरी सहित अन्य जिलों में।
19 मई (रविवार)
- मौसम होगा सर्वाधिक सक्रिय: भोपाल, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन, विदिशा, सीहोर, रायसेन, नरसिंहपुर समेत 30 से अधिक जिलों में बारिश-आंधी की संभावना। निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर में लू का असर जारी रहेगा।
25 मई से शुरू होगा नौतपा, असर रहेगा सीमित
हर साल की तरह नौतपा इस बार भी 25 मई से शुरू होगा, लेकिन मौसम विभाग के मुताबिक इस बार इसका असर सामान्य से कम रह सकता है। हल्की बारिश और बूंदाबांदी की संभावना से तपिश कुछ हद तक कम होगी।
क्या कहता है मौसम विभाग?
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह बदलाव ट्रफ लाइन की सक्रियता और साइक्लोनिक सर्कुलेशन का नतीजा है। पश्चिमी विक्षोभ भी इस बदलाव में योगदान दे रहा है। यह परिस्थिति किसानों, यात्रियों और विद्यार्थियों — सभी के लिए सतर्कता का संकेत है।
सावधानी जरूरी
- तेज आंधी-बारिश के दौरान घरों में रहें।
- लू प्रभावित क्षेत्रों में दोपहर में बाहर निकलने से बचें।
- पानी का अधिक सेवन करें और धूप से बचने के उपाय करें।
प्रदेश में बदलते मौसम ने जहां कुछ क्षेत्रों को राहत दी है, वहीं लूग्रस्त इलाकों में सावधानी जरूरी है। आने वाले सप्ताह में मौसम की करवटें प्रदेशवासियों की दिनचर्या को प्रभावित कर सकती हैं।