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MP NEWS : मध्य प्रदेश (MP) के मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव (Dr. Mohan Yadav) ने कहा है कि अनुसूचित जाति-जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रवृत्ति संबंधी पिछले वर्ष के लंबित प्रकरणों को कार्ययोजना बनाकर तत्काल निराकरण किया जाए। विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्राप्त करने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
डॉ यादव महाविद्यालय एवं विद्यालय स्तर पर विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति वितरण की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की सुविधा के लिए छात्रवृत्ति आवेदन के सत्यापन, पोर्टल पर पंजीकरण तथा छात्रवृत्ति वितरण की समय-सीमा तय की जाए। जिला शिक्षा अधिकारी, जिला लोक सेवा प्रबंधक एवं अग्रणी बैंक प्रबंधक द्वारा आवश्यक समन्वय सुनिश्चित करते हुए जिला स्तर पर अभियान संचालित किया गया ताकि विद्यार्थियों को आवश्यक दस्तावेज प्राप्त करने में कोई परेशानी न हो। साथ ही छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले अपात्र विद्यार्थियों की जांच शिक्षण संस्थान से कराई जाए। बैठक में उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती कृष्णा गौर, मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जाति प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया को सरल बनाने की जरूरत है। सामान्य प्रशासन विभाग अन्य राज्यों में जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए की जा रही प्रक्रिया का अध्ययन कर अन्य संबंधित विभागों की एक टास्क फोर्स गठित कर कर प्रक्रिया को सरल बनाने की दिशा में त्वरित कार्रवाई करे. इसके साथ ही अनुसूचित जाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थी सभी व्यावसायिक एवं प्रतियोगी परीक्षाओं में उपलब्धियां अर्जित करें, इस उद्देश्य से प्रभावी कार्ययोजना बनायी जाये। बैगा, भारिया और सहरिया जनजाति के युवाओं की होम गार्ड और पुलिस में भर्ती को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया जाए।
शिक्षा पोर्टल से 6 विभागों की 20 प्रकार की छात्रवृत्तियाँ स्वीकृत एवं वितरित की जा रही हैं। वर्ष 2023-24 में 64 लाख विद्यार्थियों को लगभग 330 करोड़ की छात्रवृत्ति वितरित की गयी है। वर्ष 2024-25 में अब तक 92 लाख नामांकन हो चुके हैं। बैठक में अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा, अजीत केसरी, केसी गुप्ता, प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि अरुण शमी, डाॅ. ई. रमेश कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।