Prayagraj Mahakumbh 2025: अरैल यमुना के तट पर प्रकृति और भक्ति का संगम, प्रयागराज महाकुंभ में करें नेपाल के सभी 12 ज्योतिर्लिंग और शिव मंदिर के दर्शन

By Awanish Tiwari

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Prayagraj Mahakumbh 2025: अरैल यमुना के तट पर प्रकृति और भक्ति का संगम, प्रयागराज महाकुंभ में करें नेपाल के सभी 12 ज्योतिर्लिंग और शिव मंदिर के दर्शन

Prayagraj Mahakumbh 2025 आध्यात्मिक पर्यटन: यह पार्क Indian संस्कृति, कला और प्रकृति का अनूठा संगम है। यह साइट देशभर के श्रद्धालुओं और tourists को spiritualityऔर मनोरंजन का विशेष अनुभव प्रदान करेगी। Prayagraj के अरैल तट पर बनाया जा रहा यह park india की सांस्कृतिक और Religious विरासत को समर्पित एक शानदार पहल है।

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Shivalay Theme Park Prayagraj: CM Yogi Adityanath ने शनिवार को Prayagraj Mahakumbh में अरैल यमुना किनारे 12 एकड़ में बन रहे 12 ज्योतिर्लिंगों के शिवालय पार्क का निरीक्षण किया.

Shivalay Theme Park Prayagraj: महाकुंभ की भव्यता और आध्यात्मिकता को और समृद्ध करने के लिए प्रयागराज के नैनी में अरैल तट पर शिवालय थीम पार्क का निर्माण किया जा रहा है। 14 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जा रहा यह पार्क 11 एकड़ में फैला है और यह भारतीय संस्कृति, मंदिरों की महिमा और पुराणों की दिव्यता को प्रदर्शित करने वाला एक अनूठा स्थान बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को निर्माणाधीन शिवालय पार्क का निरीक्षण किया और काम समय पर पूरा करने का निर्देश दिया। यह स्थल न केवल कला और संस्कृति का केंद्र होगा, बल्कि प्रकृति और मनोरंजन का संगम भी प्रस्तुत करेगा।

भारत के मानचित्र के रूप में शिव मंदिर

शिवालय पार्क को India के मानचित्र के आकार में बनाया गया है। इसमें across the country के प्रसिद्ध मंदिरों की प्रतिकृतियां उनके वास्तविक स्थान के अनुसार प्रदर्शित की गई हैं। इसका उद्देश्य आगंतुकों को एक ही स्थान पर तीर्थयात्रा का अनुभव प्रदान करना है। मंदिरों में 12 ज्योतिर्लिंगों के साथ-साथ भारत और नेपाल के अन्य प्रमुख शिव मंदिर भी शामिल होंगे।

 

प्रमुख मंदिरों के मॉडल(models of major temples)

सोमनाथ मंदिर (गिर सोमनाथ, गुजरात)
मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर (श्रीशैलम, आंध्र प्रदेश)
महाकालेश्वर मंदिर (उज्जैन, मध्य प्रदेश)
ओंकारेश्वर मंदिर (खंडवा, मध्य प्रदेश)
बैद्यनाथ मंदिर (देवघर, झारखंड)
भीमाशंकर मंदिर (महाराष्ट्र)
रामनाथस्वामी मंदिर (रामेश्वरम, तमिलनाडु)
नागेश्वर मंदिर (द्वारका, गुजरात)
काशी विश्वनाथ मंदिर (वाराणसी, उत्तर प्रदेश)
त्र्यंबकेश्वर मंदिर (नासिक, महाराष्ट्र)
केदारनाथ मंदिर (उत्तराखंड)
घृष्णेश्वर मंदिर (औरंगाबाद, महाराष्ट्र)
अन्य प्रमुख मंदिर: बैजनाथ (हिमाचल प्रदेश), पशुपतिनाथ (नेपाल), लिंगराज (ओडिशा), वीरभद्र (आंध्र प्रदेश), और महाबलीपुरम का तट मंदिर (तमिलनाडु)।
अपशिष्ट पदार्थों का उपयोग एवं पर्यावरण संरक्षण
पार्क के निर्माण में अपशिष्ट पदार्थों का उपयोग किया जा रहा है, जो इसे पर्यावरण के अनुकूल बनाता है। यह सुविधा इसे एक अनुकरणीय परियोजना बनाती है। पार्क का निर्माण जेड टेक इंडिया लिमिटेड के तहत किया जा रहा है, जो अगले तीन वर्षों तक इसका रखरखाव भी करेगा।

 

बच्चों और परिवारों (children and families) के लिए विशेष आकर्षण

शिवालय पार्क में बच्चों के लिए एक विशेष जोन बनाया जा रहा है जहां वे खेल और अन्य गतिविधियों का आनंद ले सकेंगे। इसके अलावा पार्क में तुलसी वन और संजीवनी वन भी बनाया जा रहा है, जो पर्यावरण और आध्यात्मिकता का प्रतीक है। परिवारों के लिए एक फूड कोर्ट और रेस्तरां भी स्थापित किया जा रहा है जहां आगंतुक स्वादिष्ट भोजन का आनंद ले सकते हैं।

 

महाकुंभ की शोभा बढ़ाने वाला केंद्र

महाकुंभ में लाखों श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए शिवालय पार्क को विशेष तौर पर तैयार किया जा रहा है. यह न केवल आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करेगा, बल्कि भारतीय संस्कृति और वास्तुकला की भव्यता का भी परिचय देगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और अधिकारियों को इसे समय पर पूरा करने का निर्देश दिया. उन्होंने पार्क की अनूठी अवधारणा की सराहना की और इसे महाकुंभ के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बताया।

श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के लिए विशेष अनुभव

महाकुंभ के दौरान शिवालय पार्क श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण होगा। पर्यटक भारतीय मंदिरों की भव्यता और आस्था का अनुभव कर सकेंगे। यह पार्क न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि प्रयागराज को एक नई पहचान भी देगा।

Pagoda Park न सिर्फ आस्था के Mahakumbh का प्रतीक है, बल्कि indian culture, कला और प्रकृति का अनोखा संगम भी है। यह साइट across the country के भक्तों और पर्यटकों के लिए आध्यात्मिकता और मनोरंजन का एक अनूठा अनुभव लेकर आएगी। प्रयागराज के अरैल तट पर बनाया जा रहा यह पार्क culture of indiaक और धार्मिक विरासत को समर्पित एक शानदार पहल है।

 

Prayagrajमें 2024 महाकुंभ की तैयारियां जोरों पर हैं. यह अद्भुत आयोजन न केवल आस्थावानों के लिए धार्मिक अनुभव का केंद्र होगा, बल्कि सांस्कृतिक विरासत को भी समर्पित होगा। अगले साल 13 जनवरी से शुरू होने वाले Mahakumbh में देश के प्रमुख कलाकार कुंभ की गाथा को जीवंत करेंगे और Ramlila और Mahabharata जैसे महान महाकाव्यों का मंचन करेंगे। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय और उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग के सहयोग से कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन प्रदर्शनों का उद्देश्य भक्तों को न केवल धार्मिक आस्था, बल्कि भारत की संस्कृति और इतिहास से भी जोड़ना है।

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