एडीआरएम ऑफिस का प्रस्ताव भी ठंडे बस्ते में
सिंगरौली न्यूज़. रेलवे स्टेशन सिंगरौली को विश्व स्तर की सुविधाओं से लैस करने का प्रस्ताव बनाकर रेलवे कार्य करना भूल गया। प्रस्ताव तैयार किए 4 वर्ष से अधिक का समय व्यतीत हो चुका है, लेकिन न ही रेलवे अधिकारी प्रस्ताव पर गौर कर रहे हैं और न ही स्थानीय जनप्रतिनिधि। नतीजा रेलवे स्टेशन में अब भी यात्रियों को असुविधाओं से दोचार होना पड़ रहा है। रेलवे भूमि विकास प्राधिकरण की ओर से पूर्व मध्य रेलवे के क्षेत्र में आने वाले सिंगरौली रेलवे स्टेशन में विश्वस्तरीय सुविधाएं मुहैया कराने का निर्णय लिया गया है। पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर जोन के 5 स्टेशनों को चुना गया है। स्टेशन को विकसित करने का कार्य पीपीपी यानी प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप मॉडल के तहत कराया जाना है। स्टेशन की सुविधाओं के लिए यात्रियों को शुल्क अदा करना होगा। सिंगरौली के अलावा राजेंद्र नगर टर्मिनल, मुजफरपुर रेलवे स्टेशन, गया और बेगूसराय स्टेशन प्रस्ताव में शामिल रहा है। बाकी के दूसरे स्टेशनों में विकास कार्य किए गए, लेकिन यहां के लिए सारी कवायद केवल कोच इंडिकेटर तक की सुविधा देने तक सीमित रह गई है।
इनका अभाव
यात्रियों के लिए नहीं है सुविधायुक्त प्रतीक्षालय
रेलवे स्टेशन में दिव्यांगों व वृद्धजनों की सुविधा नहीं
रेलवे स्टेशन में खान-पान की नहीं उपयुक्त व्यवस्था
यात्रियों के वाहन पार्किेग की सुविधा का अभाव
स्टेशन पर यात्रियों की सुरक्षा का इंतजाम नहीं
ये सुविधाएं होंगी मुहैया
स्टेशन में विश्व स्तरीय सुविधाओं में शॉपिंग एरिया व कैफेटेरिया, मेडिकल इमरजेंसी, फूड प्लाजा, एसी रेस्टोरेंट, एसी वेटिंग रूम, स्वचालित सीढ़ियां व फ्री वाई-फाई जैसी अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जानी हैं, इस पर गौर नहीं किया जा रहा है।
रेलवे स्टेशन में यात्री सुविधाओं को लेकर लगातार प्रयास किया जा रहा है। पूरी उमीद है कि जल्द ही तस्वीर बदलेगी। पूर्व के प्रस्ताव पर भी चर्चा की जाएगी। सुविधाओं के लिए बातचीत जारी है।
डॉ. राजेश मिश्रा, सांसद सीधी-सिंगरौली
ये बात सही है कि करोड़ों का राजस्व देने वाले रेलवे स्टेशन में आवश्यकता अनुसार यात्री सुविधाएं नहीं हैं। इसके लिए सांसद से बात की गई है। स्वयं भी प्रयास कर रहा हूं। उमीद है कि जल्द ही स्टेशन का विकास होगा।
रामनिवास, विधायक सिंगरौली