केंद्रों में धान लेकर पहुंच रहे किसान, उपार्जन केंद्रों में की गई है समुचित व्यवस्था, उपार्जन केंद्रों से धान परिवहन की कमी से बढ़ सकती है परेशानी
Sidhi breaking news: किसानों से धान खरीदी के लिए जिले में 34 धान procurement center प्रारंभ किये गये हैं। शनिवार को 2 New खरीद केंद्र शुरू होंगे। seven new उपार्जन केन्द्रों के पदनाम की स्वीकृति वरिष्ठ कार्यालय से प्रतीक्षित है। उपार्जन केंद्रों पर धान बेचने के लिए किसान बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं. कई खरीदी केंद्रों में धान का पर्याप्त स्टॉक होने के बावजूद अब तक मिलर्स को उठाव की जिम्मेदारी नहीं दिए जाने से जल्द ही मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
इस बीच धान खरीदी केंद्रों में किसानों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है, जिससे बड़ी मात्रा में धान की खरीदी शुरू हो गई है. अब सबसे बड़ी समस्या यह है कि उपार्जन केंद्रों में धान रखने के लिए जगह की समस्या हो रही है. यदि जल्द ही क्रय केंद्रों से धान का उठाव नहीं हुआ तो खरीद बंद भी हो सकती है। क्रय केंद्रों से धान का उठाव नहीं होने का मुख्य कारण मिलर्स के साथ एग्रीमेंट नहीं होना है. इसलिए धान की उठना नहीं हो पा रही है. समस्या अब गंभीर रूप लेती जा रही है, क्योंकि सरकार ने पिछले वर्ष से क्रय केंद्रों से सीधे मिलर्स के माध्यम से धान उठाने का आदेश दिया है।
सहकारिता अध्यक्ष ने खरीदी केन्द्रों का किया निरीक्षण(inspection), जताई चिंता
उन्होंने उपार्जन केन्द्रों से धान परिवहन नहीं होने पर चिंता व्यक्त की। सहकारी समिति अध्यक्ष महेंद्र सिंह भदोरिया और उनकी टीम ने 12 दिसंबर को क्रय केंद्र सेवा सहकारी समिति बघवार, भरतपुर, रामपुर, कंधवार, कटौली, बड़खरा, गुजरेड और खड्डी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान यह बात सामने आयी कि प्रत्येक धान खरीदी केंद्र से धान का उठाव नहीं होने से बड़ी समस्या उत्पन्न हो गयी है. शॉपिंग सेंटरों में जगह की कमी हो रही है।
ऐसे मामलों में, खरीद नीति के संबंधित अधिकारियों को समय रहते जो भी मिलें हैं, वहां से तत्काल परिवहन के आदेश पारित करने चाहिए। अन्यथा आने वाले दिनों में किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. 12 दिसंबर को निरीक्षण के दौरान चेयरमैन व टीम को पता चला कि बघवार 480 क्विंटल, भरतपुर 4005 क्विंटल, रामपुर 9604 क्विंटल, कंडवार 5522 क्विंटल, गुजरेड 4681 क्विंटल व खड्डी 7528 क्विंटल धान की खरीद हो चुकी है. सभी धान उपार्जन केन्द्रों में किसानों के समक्ष मानक बोरा के अनुसार सही वजन पाया गया। केवल सेवा सहकारी समिति बघार, भरतपुर और गुजरेड के अंतर्गत आने वाले खरीदी केंद्रों में ही वजन से अधिक धान की खरीदी की जा रही है। इ