Sidhi News: सीधी तक दिसंबर में पहुंचेगी ट्रेन, रीवा-सिंगरौली रेलवे लाइन के आधे स्टेशन बन कर तैयार

By Awanish Tiwari

Published on:

Click Now

सीधी तक दिसंबर में पहुंचेगी ट्रेन, रीवा-सिंगरौली रेलवे लाइन के आधे स्टेशन बन कर तैयार

Sidhi News: रीवा-सिंगरौली नवीन रेल लाइन के कार्य में अब तेजी दिखने लगी है। रीवा-सिंगरौली के मध्य 11 रेलवे स्टेशन होंगे। इनमें आधा दर्जन रेलवे स्टेशनों(railway stations) का कार्य अब पूर्णता की ओर है। मिली जानकारी के अनुसार 11 रेलवे स्टेशनों में 2 रेलवे स्टेशन रीवा जिले में हैं तथा 3 सिंगरौली जिले में हैं। वहीं सीधी जिले के बघवार रेलवे स्टेशन(railway station) तक ट्रेन के आने का ट्रायल हो चुका है। रामपुर नैकिन, चुरहट रेलवे स्टेशन का कार्य भी अंतिम चरण में है। जिला मुख्यालय सीधी के नौढिय़ा में(The district headquarters is in Naudhiya in Sidhi) रेलवे स्टेशन का कार्य सबसे पहले शुरू हुआ था। यहां करीब 25 फीसदी कार्य पहले ही पूर्ण कराए जा चुके थे।

अब शेष कार्य को लेकर भी रेलवे द्वारा शुुरुआत की जा रही है। यह कार्य नवम्बर 2025 तक पूर्ण होने की संभावना है। नौढिय़ा में सर्वसुविधा युक्त बड़ा रेलवे स्टेशन बनाया जा रहा है। रीवा-सिंगरौली नवीन रेलवे लाइन में सबसे कम दूरी का रेलवे स्टेशन रीवा जिले में है। यहां सिलपरा एवं गोविंदगढ़ रेलवे स्टेशन के बीच महज 9.65 किमी. की दूरी ही है। सबसे ज्यादा दूरी के रेलवे स्टेशन सीधी जिले के बहरी और सिंगरौली जिले के रेलवे स्टेशन देवसर के बीच होगी। इन दोनो रेलवे स्टेशनों के बीच की दूरी 25.5 किमी. रहेगी।

दरअसल रीवा-सीधी के बीच रेलवे लाइन का निर्माण कार्य सबसे पहले गोविंदगढ़ रेलवे स्टेशन तक पूर्ण किया गया था। इसके बाद बघवार रेलवे स्टेशन तक का कार्य इसी महीने के आरंभ में पूर्ण हुआ। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि रीवा-सिंगरौली नवीन रेलवे लाइन के द्वितीय फेज में सीधी-सिंगरौली के लिए रेल लाइन(Railway line for Sidhi-Singrauli) का कार्य काफी तेजी के साथ शुरू है। इसमें अर्थवर्किंग के काम के साथ पुल-पुलियों का निर्माण भी शुरू है। सीधी जिले की अंतिम सीमा बहरी तहसील क्षेत्र में भी भूअधिग्रहण का काम होने के बाद एवार्ड वितरण का काम भी लगभग हो चुका है। सिंगरौली जिले में भी भू-अर्जन का काम 95 फीसदी पूर्ण हो चुका है। एवार्ड वितरण का काम भी सिंगरौली जिले में अधिकांश मामलों में किया जा चुका है। ऐसे में अब सिर्फ रेल लाइन के कार्य में ही प्रगति की दरकार मानी जा रही है।

सांसद का प्रयास, दिसम्बर में सीधी आये ट्रेन

सीधी सांसद डॉ.राजेश मिश्रा रीवा-सिंगरौली रेलवे लाईन के कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण कराने के लिये उच्च स्तरीय प्रयास कर रहे हैं। डॉ.मिश्रा द्वारा रेलवे के कार्यों का बीच-बीच में जायजा भी लिया जा रहा है। साथ ही यह भी कह रहे हैं कि दिसम्बर तक सीधी तक ट्रेन पहुंचे इसके लिये प्रयास जारी है।

541 किमी. है ललितपुर-सिंगरौली रेलवे लाइन

ललितपुर-सिंगरौली रेल लाइन के सपने में सीधी जिले में भूअधिग्रहण का रोड़ा कई वर्षों तक बना रहा। सीधी की पूर्व सांसद श्रीमती रीती पाठक के प्रयासों से रीवा-सिंगरौली रेलवे लाइन की बंद पड़ी परियोजना को पर्याप्त बजट मिला और गोविंदगढ़ के आगे रेलवे लाइन का कार्य शुरू हुआ। विंध्य और बुंदेलखंड को जोडऩे के लिए 541 किमी. लंबी ललितपुर-सिंगरौली रेलवे लाइन परियोजना को वर्ष 1997 में मंजूरी दी गई थी। उस दौरान करीब 925 करोड़ की लागत वाली इस परियोजना के तहत सीधी जिले में भी 2001 में भूमि अधिग्रहण शुरू किया गया था।

सीधी जिले में वर्तमान में भूअधिग्रहण का कार्य 95 फीसदी से ज्यादा हो चुका है। आरंभ में 91 गांवों की भूमि का अधिग्रहण किया जाना था। बाद में रेलवे की जरूरतों के अनुसार डेढ़ दर्जन से ज्यादा गांवों को भूअर्जन के लिए बाद में जोड़ा गया। जिसके चलते भूअर्जन की कार्यवाही उक्त गांवों में बाद में शुरू हुई। अधिकांश गांवों में एवार्ड वितरण का काम भी हो चुका है। कुछ मामलों में विवाद की स्थिति होने के कारण पुराने एवार्ड लंबित रहे हैं। जिनको भी सक्रियता के साथ निपटाने की कार्यवाही अंतिम चरण में है।

Leave a Comment