सांसद और कलेक्टर के निर्देश हवा, हर दिन जाम से परेशान हो रहे लोग
सिंगरौली. देवसर मुख्य बाजार की सडक़ों पर अतिक्रमण अब स्थानीय जनता के लिए सिरदर्द बन चुका है। जहां एक ओर आम लोग रोजाना जाम और दुर्घटनाओं से परेशान हैं, वहीं प्रशासन की चुप्पी और निष्क्रियता पूरे हालात को और बिगाड़ रही है। बीते माह सांसद डॉ. राजेश मिश्रा भी देवसर-बैढऩ मार्ग से गुजरते समय भारी जाम में फंस गए थे।
इस अनुभव के बाद उन्होंने जिला स्तरीय सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। कलेक्टर ने तत्काल प्रभाव से एसडीएम देवसर को निर्देश दिए कि एक सप्ताह के भीतर अतिक्रमण हटाया जाए। लेकिन आज तक हालात जस के तस हैं। न तो अतिक्रमण हटा और न ही जिम्मेदार अधिकारियों ने कोई ठोस कदम उठाया।
हर दिन की परेशानी
देवसर बाजार की सडक़ों पर दुकानदारों ने खुलेआम कब्जा कर लिया गया है। सुबह होते ही दुकानों का सामान फुटपाथ से लेकर सडक़ तक फैलाया जाता है, जिससे राहगीरों और वाहन चालकों के लिए निकलना मुश्किल हो जाता है। छोटे-बड़े वाहनों की कतारें आम दृश्य बन चुकी हैं और हर दिन जाम लगना मानो इस बाजार की नियति बन गई है।
सवाल, अतिक्रमण कौन हटाएगा
बाजार के व्यापारी अपने लाभ के लिए सडक़ पर कब्जा किए बैठे हैं और प्रशासनिक मशीनरी मूकदर्शक बनी हुई है। लोग अब पूछ रहे हैं कि अगर सांसद और कलेक्टर की बात को भी नजरअंदाज किया जा रहा है, तो फिर समाधान की किससे उम्मीद की जाए।
प्रशासनिक असमर्थता
स्थानीय लोगों का कहना है कि एसडीएम और अन्य प्रशासनिक अमले के अधिकारी प्रतिदिन इसी मार्ग से गुजरते हैं, लेकिन अतिक्रमण हटाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। जिम्मेदार अधिकारी सिर्फ निर्देशों को फाइलों में कैद करके छोड़ देते हैं। जब सांसद और कलेक्टर के स्पष्ट आदेशों के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही, तो सवाल उठता है क्या देवसर बाजार पर किसी का नियंत्रण नहीं है।