Singrauli News: चितरंगी जनपद सीइओ हरिश्चन्द्र द्विवेदी के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं के तहत पुलिस ने मामला दर्ज किया है। फिर भी जनपद का कार्यभार सीइओ संभाल रहे हैं। हनुमना में जनपद सीइओ रहे द्विवेदी ने अपने कार्यकाल के दौरान दो फर्मों को लाखों रुपए का भुगतान निजी स्वार्थ के लिए कर दिया था। लोकायुक्त की ओर से जिला पंचायत रीवा के सीइओ को इस पूरे मामले की जांच सौंपी गई। जांच में अनाधिकृत रूप से वेंडरों को भुगतान करना पाया गया। शासकीय राशि का दुरुपयोग करने के मामले मेें सीइओ जनपद पंचायत चितरंगी हरिश्चन्द्र द्विवेदी सहित 15 तत्कालीन जनपद के अधिकारी, सरपंच, सचिव एवं दोनों फर्मों केे संचालकों के खिलाफ हनुमना थाने में धारा 409, 420 व 120 बी के तहत अपराध दर्ज किया गया है- Singrauli News
जनपद पंचायत कार्यालय हनुमना में 17 जुलाई 2017 से 13 मार्च 2019 तक पदस्थ रहे मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत हनुमना हरिश्चन्द्र द्विवेदी ने बिना निविदा कोटेशन के दोनों फर्मों को क्रमश: श्रुति टेडर्स को 23.68 लाख रुपए व परमसुख टेडर्स को 47983 रुपए का भुगतान निजी स्वार्थ के लिए कर दिया था। मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने यह सुनिश्चित नहीं किया कि फर्मों का पंजीयन वैध है या नहीं। जिसके लिए जनपद सीइओ को दोषी माना गया है। आरोपी जनपद सीइओ हरिश्चन्द्र द्विवेदी के खिलाफ हनुमना थाने में अपराध दर्ज किया गया है। इसके बावजूद जिले के चितरंगी जनपद का कार्यभार संभाल रहे हैं।
लोकायुक्त भोपाल से कराई थी जांच
वर्तमान में हनुमना जनपद में पदस्थ सीइओ अजय कुमार सिंह ने थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया है कि बन्ना निवासी जैलेन्द्र सिंह की ओर से शासकीय राशि का दुरुपयोग करने के संबंध में आठ बिंदुओं पर भोपाल लोकायुक्त में शिकायत दी गई थी। जिपं सीइओ रीवा से जांच कराने पर पाया गया गया कि अनाधिकृत रूप से वेंडरों को लाखों रुपए का भुगतान किया गया है।
साठगांठ कर निकाली गई 47 लाख से अधिक की राशि
बताया गया है कि जनपद पंचायत हनुमना में सीइओ रहे वर्तमान के चितरंगी जनपद में पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी हरिश्चन्द्र द्विवेदी ने श्रुति व परमसुख ट्रेडर्स को राशि जारी किया था। श्रुति टे्रडर्स का पंजीयन एक अप्रेल 2014 में किया गया था और अगस्त 2016 में फर्म बंद हो गई थी। संचालक जय सिंह की ओर से फर्म बंद होने के बाद भी धोखाधड़ी में मुख्य भूमिका निभाई गई। इसी प्रकार परमसुख टे्रडर्स का पंजीयन जुलाई 2017 में हुआ और 2019 में फर्म बंद हो गई थी। संचालक वंशबहोर ने भी शासकीय राशि का दुरुपयोग करने में भूमिका निभाई है।
शासन स्तर पर जानकारी दी गई है
मामला संज्ञान में आया है। विभागीय स्तर पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। अभी कुछ कहने की स्थिति में नहीं हूं। शासन स्तर पर जानकारी दी गई है।
गजेंद्र सिंह नागेश, सीइओ जिला पंचायत सिंगरौली….
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