Singrauli News: कांग्रेस प्रत्याशियों का जिलाअध्यक्षों पर भरोसा बना हार की वजह: उसैद

By Ramesh Kumar

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Singrauli News: मध्य प्रदेश अल्पसंख्यक विकास कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष अधिवक्ता उसैद हसन सिद्दीकी ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि मध्य प्रदेश में लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस दलित आदिवासी एवं अल्पसंख्यकों को जोड़ने में और वोट देने के लिए उत्साहित करने में नाकाम रही। और जो पिछड़ा वर्ग दलित एवं आदिवासी नेता वर्तमान में है उन्हें समाज ने नाकार दिया। वहीं मूल रूप से दलित आदिवासी एवं अल्पसंख्यकों शोषित समाज की हक की लड़ाई लड़ने वाले नेताओं को कांग्रेस में भारी उपेक्षा की गई। एवं मध्य प्रदेश के अंदर कांग्रेस के मुस्लिम नेताओं को योजनाबद्ध तरीके के तहत चुनाव अभियान से दूर रख कर उनकी राजनीतिक कैरियर खत्म करने की साजिश कर घर बैठाने की कोई कसर नहीं छोड़ा गया–Singrauli News

यहां तक के मुस्लिम कार्यकर्ताओं को मंच पर घुसने नहीं दिया गया, मुस्लिम को अछूत माना गया। उसका परिणाम रहा कि कांग्रेस पार्टी मध्य प्रदेश में बर्बादी के कगार पर है। कांग्रेस की शीर्ष नेतृत्व मुस्लिम परस्ती का दावा करती है लेकिन जब जब समाज के ऊपर अत्याचार हुआ तो कांग्रेस के पदाधिकारी मौन रह कर तमाशा देखते रहे। समूचे मध्य प्रदेश में केवल सतना से एक कांग्रेस का शहर अध्यक्ष मुस्लिम है। कांग्रेस में तमाम मुस्लिम जिला अध्यक्षों को पदों से हटा दिया गया। पूरे प्रदेश में कहीं भी मुस्लिम को कांग्रेस ने जिम्मेदार और प्रभावी राजनीतिक भागीदारी नहीं दिया। खुद को मुस्लिमो की हितैषी बताने वाली कांग्रेस ने पंद्रह वर्षो से मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट नहीं दिया।

वह जमाना चला गया जब लोग नहीं समझते थे। अब तमाम साजिशों को लोग समझते हैं इसलिए मुसलमानो ने कमजोर इच्छा शक्ति के साथ कांग्रेस के साथ रहा और परिणाम स्वरूप वोट प्रतिशत कम हुआ। जिस प्रदेशों में मुसलमानों को सम्मान एवं भागीदारी मिला है वहां अपने आप में चमत्कारी परिणाम देखने को मिला है।
जिला अध्यक्षों ने कांग्रेस प्रत्याशियों को अंधेरे में रखा और काम चोरी करते रहे। जबकि जमीनी हकीकत यह थी कि जिला अध्यक्ष जनता से कट चुके थे। और भाजपा के लोगों से तालमेल बिठाकर मलाई खाने में लगे रहे। और आवाम की आवाज उठाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। जिस कांग्रेस की न्याय पत्र को देश की जनता ने सर आंखों में ले कर कांग्रेस को वोट दिया उस न्याय पत्र को जनता तक पहुंचाने और समझाने की रत्ती भर भी प्रभावी तरीके से मध्य प्रदेश के जिला अध्यक्षों द्वारा नहीं किया गया। हालात यह है की हजारों लाखों न्याय पत्र और कांग्रेस की योजनाएं की प्रतियां जिला अध्यक्षों और उनके चहेतों के पास धूल चाट रही हैं जिसे सही समय पर जनता के दिल में उतार देना चाहिए था।

आजादी के बाद ओडिशा के कटक सीट से पहली मुस्लिम महिला विधायक बनी सोफिया फिरदौस ने नजीर पेश किया है की जब जब कांग्रेस पार्टी ने मुस्लिम प्रत्याशियों को मौका दिया है वे खरे उतरने में कोई कसर नहीं छोड़े हैं। सिद्दीकी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से निवेदन किया है कि जब तक राजीव गांधी थे कांग्रेस धर्मनिरपेक्ष थी और दलित आदिवासी अल्पसंख्यकों को सम्मान मिलता था वही वाला कांग्रेस को वापस लाने की कोशिश करें…..

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