प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय विंध्यनगर सेवाकेंद्र में नववर्ष पर हुये विविध आयोजन
सिंगरौली। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय विंध्यनगर सेवाकेंद्र में कल 1 जनवरी नव वर्ष 2025 के उपलक्ष में कार्यक्रम आयोजित किया गया साथ ही बीके अंजू बहन जी का अलौकिक समर्पण दिवस भी मनाया गया एवं भ्राता आशुतोष अरोड़ा जी डीजीएम एनटीपीसी विंध्यनगर से स्थानांतरण होने पर विदाई समारोह भी रहा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के व्यवसाई श्री सुरेश अग्रहरि जी एवं अग्रहरि समाज के साथ उपस्थित हुए द्य इस अवसर पर दीप प्रज्वलन कर, केक काटकर एवं नव वर्ष के गीत पर कुमारी प्रियंका ने नृत्य प्रस्तुत किया, ब्रह्माकुमार अर्जुन भाई ने कृष्ण रास प्रस्तुति दी एवं अंत में कुमार नकुल में नृत्य प्रस्तुत किया।
बीके शोभा बहन ने सभी को नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस वर्ष बहुत बड़ी योजनाएं न बनाए क्योंकि ज्यादा बड़ी-बड़ी योजनाएं कुछ समय बाद बहुत कठिन योजनाएं अक्सर सफल हो जाती है इसलिए ऐसी योजनाएं ही बनाएं जिन्हें वास्तव में पूर्ण किया जा सके उसके साथ ही दीदी ने कहा कि जीवन की छोटी-छोटी खुशियों एवं प्राप्तियों का भी संपूर्ण आनंद उठाएं इसलिए आजकल कहा जाता है एंजॉय लिटिल थिंग्स
समर्पण के 20 वर्ष पूर्ण होने पर बीके अंजू दीदी ने अपना अनुभव साझा किया कि यह जीवन सिर्फ ईश्वरीय सेवाओं के लिए समर्पित किया है और अपने आप को ज्ञान, साधना एवं सेवाओं के बैलेंस द्वारा जीवन को सही दिशा दी है और साथ ही अनेक आत्माओं एवं उनके परिवारों को मार्गदर्शित किया एवं राजयोग की शिक्षाओं से उनको आध्यात्मिकता से जोड़ा। बीके हेमलता बहन ने सभी को राजयोग के विषय में बताया कि भारत का प्राचीन योग राजयोग है द्य राजयोग को सीखने के लिए आत्मा और परमात्मा का परिचय होना जरूरी है जो कि सात दिवसीय नि:शुल्क मेडीटते मेडिटेशन कोर्स में सिखाया जाता है द्य इस ज्ञान से हर असंभव कार्य को भी संभव किया जा सकता है आत्मा के सात गुड़ो के विषय में भी बताया शांति, शक्ति, प्रेम, सुख, पवित्रता, ज्ञान एवं आनंद द्य अंत में राजयोग मेडिटेशन भी सभी को कराया कार्यक्रम के अतिथि श्री सुदेश अग्रहरि जी ने ब्रह्माकुमारी संस्था के मुख्यालय माउंट आबू का अनुभव सभी के साथ सांझा किया कि किस तरह बहुत ही अनुशासित एवं सुचारु रूप से संस्था की गतिविधियां चलती हैं वहां का वातावरण हमको यही अनुभव करता है कि यह जैसे कि स्वर्ग का मॉडल तैयार है और कहा कि वह अलौकिक एवं दिव्य अनुभव अविस्मरणीय है। भ्राता आशुतोष अरोड़ा जी ने अपना अनुभव सभी के साथ साझा किया कि पिछले 10 वर्षों से वह एनटीपीसी विंध्यनगर में डीजीएम पद पर कार्य संभाल रहे हैं एवं ब्रह्माकुमारी से 25 वर्षों से जुड़े हुए हैं और यह उनका अपना ईश्वरीय परिवार है द्य अपने स्थानांतरण पर यह कार्यकर्म अयोजित करने के लिए सभी बहनों का आभार व्यक्त किया।