Papaya: पपीता अखबार में लपेटकर क्यों बेचा जाता है? जानिए इसके पीछे की छुपी राज

By Ramesh Kumar

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Papaya: हम सभी अक्सर सब्जियां और फल खरीदने के लिए बाजार जाते हैं। आपने देखा होगा कि बाजार में बिकने वाले फलों और सब्जियों को बहुत सावधानी से रखा जाता है, ताकि वे खराब न हों और उन्हें सही कीमत पर बेचा जा सके। इसके अलावा अगर आपने कभी फल बाजार पर नजर डाली होगी तो आपने देखा होगा कि बाजार में बिकने वाले पपीते (Papaya) को अखबार में लपेट कर रखा जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि पपीते को अखबार में लपेटकर क्यों बेचा जाता है? अगर नहीं तो आज हम आपको बताते हैं कि ऐसा क्यों किया जाता है—Papaya

Ethylene gas

कई अन्य फलों की तरह पपीता भी एथिलीन नामक प्राकृतिक गैस छोड़ता है। यह गैस इसे पकाने में अहम भूमिका निभाती है। यह गैस एंजाइमों को ट्रिगर करती है, जो स्टार्च को चीनी में तोड़ देती है, फल को नरम कर देती है और उसका स्वाद बढ़ा देती है।

trapping ethylene

जब आप पपीते को कागज (Especially English newspapers) में लपेटते हैं, तो फल से निकलने वाली एथिलीन गैस बंद जगह में फंस जाती है और एथिलीन की यह सांद्रता पपीते के पकने की प्रक्रिया को तेज कर देती है।

Paper vs plastic

प्लास्टिक के बजाय कागज का चयन करना अधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि कागज हवा के आदान-प्रदान की अनुमति देता है और अतिरिक्त नमी को बनने से रोकता है। दूसरी ओर, प्लास्टिक नमी को फँसा लेता है, जिससे इसकी बनावट चिपचिपी और फफूंदयुक्त हो सकती है। इसलिए, कागज का उपयोग करना या अखबार में लपेटना ज्यादा बेहतर है।

ripening time

पपीता शुरू में कितना हरा था, इसके आधार पर इसे पेपर बैग या अखबार में रखने से दो से तीन दिनों में आसानी से पक जाएगा।

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