16 साल की मोहब्बत पर पहलगाम ने लगाया ब्रेक, ओवैज की पाकिस्तानी दुल्हन अब ख्वाब बनकर रह गई!
MP News: प्रेम ने न तो वीजा देखा, न ही सारा ने, लेकिन समय ने दोनों को अलग कर दिया। 16 साल की दोस्ती, फिर प्यार और अब निकाह का सपना- लेकिन ओवैज की पाकिस्तानी दुल्हन के लिए सरहद दीवार बन गई। ओवैज़ और उनकी पाकिस्तानी प्रेमिका की कहानी फेसबुक पर शुरू हुई। बचपन से जुड़े दो दिलों ने साथ जीने-मरने की कसमें खा ली थीं। कुछ समय पहले इस जोड़े ने ऑनलाइन शादी भी की थी। लेकिन जब दुल्हन की भारत आने की बारी आई तो कागजी कार्रवाई, वीजा और सरकारी नियमों की दीवारें उनके बीच खड़ी हो गईं।
भोपाल की नवासी है दुल्हन
ओवैज ने बताया, हिरा की ननिहाल भोपाल में है। वह रिश्तेदारों से मिलने आती थी। पहली बार 2009 में भोपाल में मिला। तभी प्यार हो गया। वह पाकिस्तान चली गई। हम 2013 के बाद से नहीं मिले। पाक से आने की अनुमति नहीं मिली तो ऑनलाइन निकाह पढ़ा। उम्मीद थी, कुछ दिन में हम मिल सकेंगे।
पहले पुलवामा हमले ने रोकी थी राह
अजीब इत्तेफाक है कि पुलवामा हमले का भी असर प्रेम संबंधों पर पड़ा था। ओवैज ने बताया, परंपरा के अनुसार, निकाह के लिए हिरा और उनका परिवार भारत आ रहा था। तभी पुलवामा हमला हुआ और वीजा रद्द हो गया। अब पासपोर्ट में पति का नाम दर्ज कराने से लेकर दूतावास तक सभी दस्तावेज सही हुए तो ये त्रासदी हो गई। उनके वीजा की वैधता 26 मई को खत्म हो रही है। अमृतसर-लाहौर ट्रेन में टिकट बुक किया था। 9 मई को ट्रेन पकड़ते। लाहौर से कराची जाते।