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नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ में बीजापुर-सुकमा सीमा (Bijapur-Sukma border) पर सुरक्षाकर्मियों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ (Encounter between security personnel and Naxalites) में तीन जवान शहीद हो गए और 14 जवान घायल हुए हैं। पुलिस के मुताबिक, लोगों को बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने और नक्सली गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सुकमा के टेकलगुडेम गांव में मंगलवार को ही एक सुरक्षा कैंप स्थापित किया गया था। कैंप स्थापित करने के बाद डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड, कोबरा बटालियन और स्पेशल टास्क फोर्स के जवान इलाके में कैंप के नजदीक जोनागुडा-अलीगुडा की ओर गश्त पर निकले थे। उसी दौरान नक्सलियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी।
पुलिस के मुताबिक, नक्सलियों की गोलीबारी का सुरक्षाबलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया, जिसके बाद नक्सली जंगल की आड़ लेकर भाग निकले। हालांकि मुठभेड़ के दौरान तीन जवान शहीद हो गए और 14 घायल हुए हैं। घायल जवानों का सिलगेर कैंप में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से रायपुर भेजा गया है।
टेकलगुडे़म में शहीद हुए थे 23 जवान
उल्लेखनीय है कि साल 2021 में टेकलगुड़ेम के जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 23 जवान शहीद हो गए थे।
अप्रैल 2021 में बीजापुर जिले में करीब 2,000 सुरक्षाकर्मी एक नक्सली नेता की तलाश में थे, जब उनमें से कुछ पर हमला किया गया। सीआरपीएफ के अनुसार, मुठभेड़ में करीब 28-30 नक्सली भी मारे गए थे।
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