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सिंगरौली. बरसात शुरू होने से पहले नहीं लगता है कि शहर के नालों व नालियों की सफाई का कार्य शुरू हो पाएगा। वजह सफाई कर्मियों की जल्द नियुक्ति पर ब्रेक लगना है।
वर्क आर्डर के समय प्रक्रिया निरस्त करने की तैयारी
आउटसोर्सिंग पर सफाई कर्मी उपलब्ध कराने के लिए एजेंसी चयन की प्रक्रिया वर्क आर्डर के वक्त निरस्त करने की तैयारी है। जाहिर सी बात है कि जब तक नई एजेंसी तय होगी और सफाई कर्मी उपलब्ध होंगे, तब तक बारिश का सीजन शुरू हो जाएगा। नगर निगम आयुक्त ने सफाई कर्मियों की कमी को देखते हुए आउटसोर्सिंग पर नियुक्ति की योजना बनाई। इसके लिए एजेंसी चयन के बावत आचार संहिता से पहले निविदा प्रक्रिया शुरू की गई थी। निविदा के जरिए एजेंसी का चयन कर लिया गया। अब जब वर्क ऑर्डर की बारी आई तो चयनित एजेंसी की ओर से लगाए गए दस्तावेजों में कमी बताकर नए सिरे से प्रक्रिया शुरू करने की बात की जा रही है। इन सब के बीच परेशानी शहर के रहवासियों की होनी है।
क्योंकि सफाई कर्मियों की कमी के चलते नालों और नालियों की सफाई नहीं होने से बारिश के दौरान मोहल्लों में जलभराव की स्थिति बनेगी। सबसे ज्यादा विंध्यनगर का क्षेत्र प्रभावित होगा।
इन मोहल्लों में समस्या
बारिश के दौरान वैढऩ में ताली मोहल्ला में जलभराव की स्थिति बनती है। बिलौंजी में देवरा क्षेत्र की कई गलियों में पानी भर जाता है। ढोंटी में मुय मार्ग के पास और साई महाविद्यालय के सामने के मोहल्लों में जलभराव होता है। इसी प्रकार नवजीवन विहार में सेक्टर नंबर एक से लेकर 4 तक में नीचले क्षेत्र के घरों में पानी भर जाता है।
कहना है
यह बात सही है कि सफाई कर्मियों की कमी के चलते अभी नालों की सफाई का कार्य बाकी है। कलेक्टर रेट पर कर्मियों की व्यवस्था बनाई जा रही है। आउटसोर्सिंग पर कर्मियों की नियुक्ति के लिए नए सिरे से प्रक्रिया शुरू करेंगे। अभी हाल में पूरी हुई प्रक्रिया में त्रुटि के चलते उसे निरस्त किया जा रहा है।
डीके शर्मा, आयुक्त नगर निगम