BHOPAL NEWS . अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी के चलते आनन-फानन में की जा रही संविदा नियुक्तियों में यह भी जांच नहीं की जा रही है कि नियुक्त होने वाले के खिलाफ कोई प्रकरण तो नहीं है। ऐसा ही एक मामला देवास जिला अस्पताल में सामने आया है। यहां एक शिशु रोग विशेषज्ञ भूषण नारायण दास क्षीरसागर की नियुक्ति का 16 दिसंबर 2024 को आदेश जारी कर दिया गया। जबकि क्षीरसागर इसी अस्पताल में मरीज के परिजन से पैसे मांगने के दोषी पाए गए थे और उनसे इस्तीफा लिया गया था। कलेक्टर ने जब याद दिलाया तब एनएचएम संचालक ने क्षीरसागर का नियुक्ति आदेश निरस्त कर दिया है।
जानकारी के अनुसार क्षीरसागर ने देवास जिला अस्पताल के एसएनसीयू में कार्यरत रहते हुए वहां भर्ती नवजात शिशु के पिता नीरज शर्मा से उपचार के लिए 25 हजार रुपए मांगे थे। वीडियो वायरल हुआ था। जांच जिला अस्पताल अधीक्षक द्वारा गठित टीम ने की। पीजी डॉक्टर दोषी पाया गया। इसके बाद कलेक्टर ने क्षीरसागर का पंजीयन निरस्त करने की अनुशंसा मप्र मेडिकल काउंसिल से की थी। डॉक्टर ने त्यागपत्र दे दिया था।