कैंसर डे-केयर सेंटर खोलने से मरीजों को मिलेगी राहत, आर्थिक बोझ भी कम होगा
Breaking News: हैल्थकेयर सेक्टर के लिहाज से बजट अच्छा कहा जा सकता है। कैंसर मरीजों के लिए यह बड़ी राहत लेकर आया है। मौजूदा जरूरतों को देखते हुए यह एक महत्वपूर्ण पहल है, क्योंकि कैंसर की दवाइयां काफी महंगी होती हैं। दुर्लभ बीमारियों और कैंसर मरीजों को राहत देने के लिए सरकार ने 36 जीवनरक्षक दवाओं को उस सूची में शामिल किया है, जिन पर बेसिक कस्टम ड्यूटी(Basic Custom Duty) नहीं लगेगी। सस्ती दवा से मरीजों पर आर्थिक बोझ कम होगा। हर जिले में कैंसर डे-केयर सेंटर खोलने का फैसला मरीजों के लिए उपयोगी होगा। कैंसर के मरीजों का इलाज लंबा चलता है, जिससे वे शारीरिक रूप से कमजोर हो जाते हैं।
हर साल मेडिकल कॉलेजों(sal medical colleges) में 10,000 सीटें बढ़ाने की घोषणा अच्छी है। हमें देश की स्वास्थ्य क्षमता को दो-तीन गुना बढ़ाना होगा, जिसके लिए डॉक्टर(Doctor) ही नहीं, बल्कि पैरामेडिकल स्टाफ(paramedical staff) और टेक्नीशियनों पर भी ध्यान देना होगा। इस दिशा में पांच स्किल सेंटरों(five skill centers) की घोषणा सराहनीय कदम है। बजट में AI के लिए 500 करोड़ रुपए की घोषणा भी सकारात्मक पहल है क्योंकि मेडिकल फील्ड(medical field) में इसकी उपयोगिता काफी अधिक हो सकती है। ‘हील इन इंडिया’ योजना से मेडिकल टूरिज्म(medical tourism) को बढ़ावा देने और वीजा प्रक्रिया को आसान बनाने की घोषणा अच्छा कदम है। इस योजना के तहत आयुर्वेद और अन्य चिकित्सा पद्धतियों को भी प्रोत्साहित किया जाएगा। गिग वर्कर्स को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में शामिल करने से उन्हें स्वास्थ्य सुरक्षा का लाभ मिलेगा।