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Chaiti Chhath 2024: चार दिवसीय चैती छठ पूजा छठव्रती अनुष्ठान के साथ मनाते हैं। पिछले शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हुई चैती छठ पूजा रविवार को डूबते सूर्य को अर्घ्य देगी, जबकि सोमवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद चार दिवसीय चैती छठ पूजा का समापन होगा. शनिवार को मृगशिरा नक्षत्र और शोभन योग में पूरे दिन व्रत रखकर शाम को खरना पूजा की और प्रसाद के रूप में गुड़ से बनी खीर ग्रहण कर 36 घंटे के व्रत का संकल्प लिया। इससे शारीरिक स्वास्थ्य, बौद्धिक क्षमता बढ़ती है। भगवान सूर्य को प्रत्यक्ष देवता माना गया है। सूर्य की कृपा से घरों में सुख-समृद्धि बढ़ती है–Chaiti Chhath
इन बातों का रखें खास ख्याल-
- पूजा में फूल चढ़ाते समय ध्यान रखें कि वह फूल टूटे हुए या फिर पशु-पक्षियों की ओर से खाए हुए नहीं होने चाहिए.
- छठ के दौरान किसी भी बर्तन या पूजन सामग्री को झूठे हाथ से नहीं छुना चाहिए. ऐसा करने से व्रत खंडित माना जाता है.
- व्रत करने वाले को जमीन पर आसन बिछाकर सोना चाहिए |
- छठ पूजा में पहले इस्तेमाल किए गए बर्तनों का उपयोग नहीं करना चाहिए.
- चैती छठ के दौरान केवल सात्विक भोजन ही ग्रहण करें…..!!
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