Delhi News: भारत बनेगा उच्च शिक्षा का भी हब, विदेशी स्टूडेंट्स के लिए वीजा की दो नई कैटेगरी

By Awanish Tiwari

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इमिग्रेशन चेकपॉइंट से कर सकेंगे प्रवेश

Delhi News:  ई-स्टूडेंट वीजा कोर्स की अवधि के आधार पर पांच साल तक के लिए जारी किए जाएंगे। भारत में रहते हुए वीजा की मियाद बढ़ाई जा सकेगी। e-student वीजा होल्डर्स किसी भी इमिग्रेशन चेकपॉइंटcheckpoint() से India में प्रवेश कर सकेंगे।

नई दिल्ली. भारत को दुनिया में उच्च शिक्षा का हब बनाने की दिशा में बड़ी पहल करते हुए सरकार ने देश के शैक्षणिक संस्थानों में उच्च शिक्षा के इच्छुक विदेशी विद्यार्थियों के लिए दो स्पेशल कैटेगरी के वीजा का ऐलान किया है। गृह मंत्रालय की ओर से शुरू किए गए ‘ई-स्टूडेंट वीजा’ और ‘ई-स्टूडेंट-एक्स वीजा’ के लिए विदेशी विद्यार्थियों को सरकार के ‘स्टडी इन इंडिया’ (एसआइआइ) पोर्टल पर आवेदन करना होगा। ‘ई-स्टूडेंट वीजा’ विद्यार्थियों के लिए, जबकि ‘ई-स्टूडेंट-एक्स वीजा’ उनके साथ आने वाले परिजन (माता-पिता, जीवन साथी) को मिलेगा।

एसआइआइ पोर्टल(SII Portal) का मकसद भारत में लॉन्ग टर्म या शॉर्ट टर्म कोर्स में दाखिला लेने के इच्छुक international students के लिए प्रवेश प्रक्रिया को सरल बनाना है। यह कार्यक्रम भारत में higher education हासिल करने के इच्छुक अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों की मेजबानी के लिए डिजाइन किया है। यह 600 से ज्यादा संस्थानों के साथ साझेदारी करता है, जो इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी, प्रबंधन, कृषि, विज्ञान, कला, मानविकी, भाषा, कानून, पैरा-मेडिकल,(Engineering, Technology, Management, Agriculture, Science, Arts, Humanities, Languages, Law, Para-Medical,) बौद्ध अध्ययन और योग समेत विभिन्न विषयों में 8,000 से ज्यादा पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं।

भारत (India)…

इन संस्थानों में स्नातक, स्नातकोत्तर, डॉक्टरेट और डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के लिए एसआइआइ कार्यक्रम के तहत आवेदन ऑनलाइन जमा किए जाते हैं।

पढ़ाई के लिए अनिवार्य होगी यूनिक एसआइआइ आइडी : एसआइआइ के जरिए भारत में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक विद्यार्थी के पास यूनिक एसआइआइ आइडी होगी। यह उन्हें अपने डैशबोर्ड तक एक्सेस करने, कॉलेज और कोर्स ऐप्लीकेशन का स्टेट्स, वीजा प्रोसेसिंग और अन्य संबंधित प्रक्रियाओं को ट्रैक करने की अनुमति देगी। एसआइआइ आइडी के बगैर विदेशी विद्यार्थी भारत में पढ़ाई नहीं कर सकेंगे।

1ई-स्टूडेंट वीजा उन विद्यार्थियों के लिए है, जो भारत के वैधानिक और नियामक निकायों द्वारा मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों में नियमित, फुल टाइम ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन, पीएचडी और अन्य औपचारिक पाठ्यक्रमों का अध्ययन करना चाहते हैं।

2विद्यार्थी एसआइआइ पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करसकेंगे। इसमें नाम, देश, जन्म तिथि, मोबाइल नंबर और ई-मेल एड्रेस जैसी बुनियादी जानकारी दर्ज करना शामिल है।

3विदेशी विद्यार्थियों के आवेदन की प्रामाणिकता उनकी एसआइआइ आइडी से वेरिफाई की जाएगी। विद्यार्थियों के लिए एसआइआइ वेबसाइट के जरिए भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों में आवेदन करना अनिवार्य है।

4एसआइआइ पोर्टल पर लिस्टेड पार्टनर संस्थानों में से किसी एक से प्रवेश प्रस्ताव मिलने के बाद विद्यार्थी वीजा के लिए आवेदन कर सकेंगे। ई-छात्र वीजा सिर्फ उन विदेशी नागरिकों को दिया जाएगा, जो अध्ययन के लिए भारत आना चाहते हैं।

विदेशी पेशेवरों में बढ़ा भारत में काम करने का आकर्षण

भारत में पर्यटकों की बढ़ती तादाद को लेकर सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर को और बेहतर बना रही है, वहीं अर्थव्यवस्था की मजबूती के कारण विदेशी पेशेवरों में भारत के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इनमें अमरीका व यूरोप के पेशेवर शामिल हैं। भारत में काम करने के लिए अमरीका, जर्मनी, स्पेन, इटली, ऑस्ट्रिया, पुर्तगाल व चेक गणराज्य के पेशवरों की प्रस्ताव स्वीकारने की दर में 80% तक उछाल आया है, जो तीन साल पहले 20-30% थी। जापान, ताइवान व मलेशिया जैसे एशियाई देशों के पेशेवर भी मानते हैं कि भारत काम के लिए अच्छा स्थल है। इसकी एक वजह यह है कि भारत के बिजनेस समूह से उन्हें फायदेमंद पैकेज मिल रहे हैं। मेट्रो शहरों में विश्व स्तरीय जीवनशैली की सुविधाएं हैं। इसके अलावा भारत दुनिया के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।

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