Holi 2024: रंगों के त्योहार होली को लेकर हर कोई उत्साहित रहता है। इस त्योहार में लोग अपने घरों में तरह-तरह के पकवान बनाते हैं | साथ ही एक-दूसरे के घरों में रंग-गुलाल लगाकर होली खेलने जाते हैं-Holi 2024
एक समय था जब लोग होली खेलने के लिए अपने घरों में ही रंग बनाते थे, लेकिन आजकल लोग बाजार से बने-बनाए रंग खरीदते हैं। कई बार इन रंगों में केमिकल होता है जो त्वचा को नुकसान पहुंचाता है। केमिकल रंगों के कारण त्वचा पर जलन, खुजली और लालिमा की समस्या भी दिखाई देने लगती है।
अगर आप इन समस्याओं से बचना चाहते हैं तो रंग खेलने के लिए प्राकृतिक रंगों या हर्बल रंगों का इस्तेमाल करें। अगर आप केमिकल और हर्बल रंगों की पहचान नहीं कर पा रहे हैं तो इस लेख में हम आपको इसके कुछ तरीके बताने जा रहे हैं। ताकि आप बाजार से केमिकल मुक्त रंग भी खरीद सकें।
no shiny particles
अगर आपको रंग में चमकदार कण दिखें तो इसका मतलब है कि रंग प्राकृतिक नहीं है। इसलिए ऐसे रंगों को खरीदने से बचें। रंग खरीदने से पहले पानी की जांच करा लें। इसके लिए आपको सबसे पहले किसी रंग को पानी में घोलना होगा। अगर यह पानी में ठीक से घुल जाए तो इसका मतलब है कि यह रंग प्राकृतिक है।
Brand is important
बाजार में रंग खरीदने से पहले ब्रांड के बारे में जरूर पता कर लें। ऐसे कई बड़े ब्रांड हैं जो प्राकृतिक रंग बेचते हैं। यह त्वचा को किसी भी तरह से नुकसान नहीं पहुंचाता है।
रंग खरीदते समय इस बात का ध्यान रखें कि उसका पैकेट खुला न हो क्योंकि हो सकता है किसी ने बड़े ब्रांड के पैकेट के साथ छेड़छाड़ कर उसमें हर्बल की जगह केमिकल रंग भर दिया हो. इसलिए हमेशा सील पैक पैकेट ही खरीदें।
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