एसी कोच में “बैग चोर” की पिटाई कर खंडवा रेलवे पुलिस स्टेशन लाया गया
खंडवा। ट्रेन में यात्रियों ने चोर को चोरी करते रंगे हाथों पकड़ लिया। फिर उसकी जमकर पिटाई की गई, उसे बांधकर खंडवा स्टेशन लाया गया और जीआरपी के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पूरी घटना से आक्रोशित यात्रियों ने रेलवे पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए और अपना गुस्सा जाहिर किया।
मंगलवार को भुसावल से खंडवा आ रही मेट्रो ट्रेन में 40 गांवों के तीन युवक सवार हुए और यात्रियों का बैग लेकर भाग रहे थे। उनमें से एक को पकड़ लिया गया और दो भाग निकले। पकड़े गए यात्रियों ने पहले उसकी पिटाई की। फिर हिम्मत दिखाते हुए उसके हाथ-पैर बांधकर भुसावल से खंडवा लाए और जीआरपी के हवाले कर दिया।
यात्री ने आरोपी को 200 किलोमीटर तक बांधकर खंडवा तक पहुँचाया।
यात्री ने बताया कि कुछ यात्रियों ने भुसावल के पास बैग लेकर भाग रहे युवक को पकड़ लिया, उसकी पिटाई की और उसके हाथ-पैर बांध दिए। सबसे बड़ा सवाल यह है कि लगभग 200 किलोमीटर दूर से आरोपी को लाने वाले यात्रियों ने आरपीएफ को कोई जवाब नहीं दिया, बीच वाले स्टेशन से कोई सुरक्षाकर्मी भी ट्रेन में नहीं चढ़ा।
चोर एसी कोच में कैसे घुस गया?
यात्रियों का आरोप है कि आरोपी मुंबई-वाराणसी पैसेंजर ट्रेन 22178 के एसी कोच B6 में बैग लेकर भाग रहा था, जिसे किसी भी आरपीएफ कर्मी ने नहीं पकड़ा। इसी वजह से बिना टिकट वाले लोग बिना किसी रोक-टोक के एसी कोच में आ जाते हैं।
ऐसे लोग बड़े अपराध करते हैं।
गुस्साए यात्री ने आरोप लगाया कि ऐसे आरोपी ही बलात्कार करते हैं। उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए। यह जीआरपी और आरपीएफ की गलती है। ट्रेन के अंदर कोई नहीं था।