Share this
Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव 2024 का सातवां और अंतिम चरण शनिवार 1 जून को होगा. आम चुनाव के सातवें चरण के लिए प्रचार गुरुवार शाम को खत्म हो जाएगा. इस चरण में सात राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 57 संसदीय सीटों के लिए मतदान होगा. इनमें उत्तर प्रदेश (13 सीटें), बिहार (8 सीटें), पंजाब (13 सीटें), झारखंड (3 सीटें), चंडीगढ़ (1 सीट), पश्चिम बंगाल (9 सीटें), ओडिशा (6 सीटें), और हिमाचल प्रदेश ( 4 सीटों) पर मतदान होगा। सभी सीटों पर वोटिंग सुबह 7 बजे शुरू होगी और शाम 6 बजे खत्म होगी–Lok Sabha Elections
इसके साथ ही देश में 19 अप्रैल से सात चरणों में शुरू हुई चुनाव प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है. चुनाव नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे. इसके बाद यह तय हो जाएगा कि देश में दोबारा बीजेपी की सरकार बनेगी या फिर भारत गठबंधन अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा |
भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रिकॉर्ड तीसरी बार कार्यकाल की मांग कर रहा है, जिसका लक्ष्य 400 सीटें जीतने का है। सत्तारूढ़ गठबंधन को इंडिया ब्लॉक के बैनर तले कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी दलों द्वारा चुनौती दी जा रही है। विपक्ष लगातार सत्ता पक्ष पर हमलावर है और दावा कर रहा है कि भारत गठबंधन सरकार बनाएगा |
सातवें चरण में 904 उम्मीदवार मैदान में हैं
सातवें चरण में कुल 904 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. इनमें वाराणसी लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार चुनाव मैदान में हैं. जबकि मंडी से बीजेपी की कंगना रनौत और कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह, गोरखपुर से बीजेपी के रवि किशन और समाजवादी की काजल निषाद, हमीरपुर से बीजेपी के अनुराग ठाकुर और कांग्रेस के सत्यपाल सिंह रायजादा और डायमंड हार्बर से टीएमसी के अभिषेक बनर्जी और बीजेपी के अभिजीत दास के बीच मुकाबला है.
चुनाव प्रचार में ये मुद्दे छाये हुए हैं
सात चरण के लोकसभा चुनाव प्रचार की शुरुआत राम मंदिर निर्माण, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने, चुनावी बांड, ईडी और केंद्रीय एजेंसियों की छापेमारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों के साथ हुई, लेकिन जैसे-जैसे चुनाव आगे बढ़ा, आरक्षण, सीएए, विकसित भारत , नौकरी-रोज़गार, महंगाई, संविधान बदलना और बीजेपी का 400 पार मुद्दा बन गया. बीजेपी नेताओं ने एनडीए पर 400 से ज्यादा का दावा किया, इंडिया अलायंस ने दावा किया कि इस बार जनता ने मन बना लिया है और सरकार इंडिया अलायंस की बनेगी.
चुनाव के दौरान 2019 के मुकाबले कम वोटिंग प्रतिशत भी एक मुद्दा बना और इसके चलते चुनाव नतीजों को लेकर चिंता भी बढ़ गई है. वोटिंग प्रतिशत में गिरावट ने भी अटकलों को हवा दे दी है. कई दिनों की वोटिंग के बाद वोट प्रतिशत में बदलाव को लेकर विपक्षी दलों ने चिंता जताई है और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है, लेकिन नतीजे अंतिम दौर के चुनाव के बाद 4 जून को घोषित किए जाएंगे. इससे तय हो जाएगा कि इस बार मोदी सरकार या भारत गठबंधन सर्वश्रेष्ठ रहेगा।