सिंगरौली। एनटीपीसी माइनिंग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के तीसरी तिमाही तक शानदार प्रदर्शन करते हुए 30.88 मिलियन मीट्रिक टन कोयला उत्पादन किया, जो साल दर साल 23प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। इसके साथ ही एनटीपीसी के पावर स्टेशनों को 30.55 एमएमटी कोयला भेजा गया, जो पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले लगभग 19प्रतिशत की वृद्धि है।
एनटीपीसी कोल माइनिंग ने लगातार अपने उत्पादन लक्ष्यों को पार किया है, जिससे यह कैप्टिव कोयला माइनिंग क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है। अब तक, एनटीपीसी माइनिंग ने 134.87 एमएमटी से अधिक कोयला उत्पादन किया है और 132.98एमएमटी से अधिक कोयला पांच सक्रिय कैप्टिव कोल माइन्स से भेजा है, जिनमें झारखंड के पाकरीबारवाडीह, केरंडारी और चत्तिबारियातु, ओडिशा का दुलंगा और छत्तीसगढ़ का तलैपाली शामिल हैं, जिससे एनटीपीसी के थर्मल पावर स्टेशनों के लिए ईंधन सुरक्षा सुनिश्चित हो रही है।
यह अद्वितीय प्रदर्शन एनटीपीसी की कोयला उत्पादन क्षमता बढ़ाने और देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए किए गए लगातार प्रयासों का परिणाम है। एनटीपीसी ने कोयला उत्पादन में निरंतर वृद्धि प्राप्त करने के लिए कई रणनीतियों और तकनीकों का उपयोग किया है। एनटीपीसी देश को विश्वसनीय, सस्ती और टिकाऊ बिजली प्रदान करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को बनाए रखते हुए, कोयला उत्पादन और आपूर्ति में इस अद्वितीय वृद्धि के साथ अपनी संचालन क्षमता में सुधार जारी रखे हुए है।