बैढ़न महाविद्यालय में आरोपों का घमासान: डॉ. उमेश कुमार पाठक और डॉ. विनोद राय पर प्राचार्य ने लगाए गंभीर आरोप, मामला पहुंचा पुलिस चौकी
सिंगरौली। शासकीय अग्रणी महाविद्यालय बैढ़न में शिक्षकों के बीच उत्पन्न विवाद ने तूल पकड़ लिया है। महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में क्रीड़ाधिकारी पद पर कार्यरत रहे डॉ. उमेश कुमार पाठक और वर्तमान क्रीड़ाधिकारी डॉ. विनोद कुमार राय पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। मामला अब पुलिस चौकी बरका तक पहुंच चुका है, जिससे महाविद्यालय में प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है।
महिला उत्पीड़न और धमकी के आरोप
प्राचार्य के मुताबिक, डॉ. उमेश कुमार पाठक को पहले ही महिला उत्पीड़न समिति और प्राचार्य के प्रतिवेदन के आधार पर 5 अगस्त 2023 को महाविद्यालय से ‘फालेन आउट’ किया जा चुका है। इसके बावजूद, डॉ. पाठक द्वारा जान से मारने की धमकी दी जा रही है। आरोप है कि उन्होंने कहा, “हमारे बड़े भैया डॉ. विनोद राय की बैढ़न में खूब चलती है, हाथ-पांव तुड़वा दूंगा।”
डॉ. विनोद राय पर गोपनीयता उल्लंघन का आरोप
प्राचार्य ने यह भी आरोप लगाया है कि डॉ. विनोद राय ने दूरभाष पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया और कहा, “मुझे प्रिंसिपली मत सिखाओ… मैं तुम्हें देखता हूं।” यही नहीं, 25 अक्टूबर 2023 को आयोजित परीक्षा के दौरान वे बिना अनुमति परीक्षा केंद्र में पहुंचे और वरिष्ठ केन्द्राध्यक्ष व अधीक्षकों के समक्ष गोपनीय दस्तावेजों की मोबाइल से तस्वीरें खींचीं, जो कि नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है।
प्रशासनिक और कानूनी कार्रवाई की मांग
महाविद्यालय प्रशासन का मानना है कि इन दस्तावेजों का भविष्य में दुरुपयोग हो सकता है, जिससे न केवल संस्थान की साख प्रभावित होगी बल्कि परीक्षा प्रणाली की गोपनीयता भी खतरे में पड़ेगी। प्राचार्य ने इस संपूर्ण घटनाक्रम की सूचना संबंधित उच्च अधिकारियों को पत्राचार के माध्यम से दी है और कानूनी कार्यवाही की मांग की है।
माहौल तनावपूर्ण, सभी निगाहें पुलिस जांच पर
इस मामले के उजागर होने के बाद महाविद्यालय का वातावरण तनावपूर्ण हो गया है। छात्रों और कर्मचारियों में असंतोष की स्थिति बनी हुई है। अब निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि पुलिस जांच में क्या निष्कर्ष निकलता है और प्रशासन इस पर क्या कार्रवाई करता है।
यह प्रकरण शैक्षणिक संस्थानों में अनुशासन और आचार संहिता की गंभीरता को एक बार फिर उजागर करता है।