Share this
ननि आयुक्त की मनमानी: निगम के डी-2 बंगले पर सिंगरौली विधायक का कब्जा, ठण्डे बस्ते में गयी स्टोर घोटाले की जांच
अवनीश तिवारी
नई ताकत न्यूज नेटवर्क, सिंगरौली। नगर पालिक निगम सिंगरौली में नवागत आयुक्त दयाकिशर शर्मा के प्रभार लेने के बाद शहरवासियों को उम्मीद जगी थी कि अब नगर निगम के अंदर फैले भ्रष्टाचार तथा स्वेच्छाचारिता पर लगाम लगेगा परन्तु शुरूआती कुछ कार्यवाहियों के बाद अब नगर निगम पुराने ढर्रे पर चलने लगा है। जिस प्रकार से बाढ़ के दौरान धारा के विपरीत दिशा में कुछ देर तक भले ही कोई चल ले परन्तु अंत में उसे धारा के साथ ही बहना पड़ता है। कुछ इसी तरह की कहानी अब नगर निगम में देखने को मिल रही है। नगर निगम कमिश्नर ने अब पुन: सिंगरौली विधायक को डी-2 बंग्ला एलाट कर दिय है। नियमों को तॉक पर रखकर एलॉट किये गये उक्त बंगले में सिंगरौली विधायक का कब्जा हो गया है। वहीं नगर निगम के स्टोर शाखा में फैले भ्रष्टाचार पर रोक लगाना तो दूर अब सब कुछ पहले जैसा ही चलने लगा है।
सूत्रों की मानें तो नियम है कि उपायुक्त स्तर का अधिकारी स्टोर का प्रभारी होना चाहिए परन्तु यहां नियमों को धता बताते हुये उपयंत्री को स्टोर का प्रभारी बना दिया गया है। वह भी ऐसे अधिकारी को स्टोर का प्रभारी बनाया गया है जिसके ऊपर लोकायुक्त की विभागीय जांच चल रही है। एक तो खुद भ्रष्टाचार के दलदल में फंसा अधिकारी ऊपर से उसे स्टोर का प्रभारी बना दिया गया है। यह वैसा ही है जैसे बिल्ली को दूध की रखवाली की जिम्मेदारी दे दी गयी है। जब बिल्ली को दूध की रखवाली का जिम्मा सौंप दिया जाता है तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि बिल्ली क्या करेगी? बिल्ली पूरे दूध को ही हजम कर जायेगी। कुछ ऐसा ही हाल नगर निगम के स्टोर शाखा का भी है। अब नगर निगम में आयुक्त के रहमोकरम पर भ्रष्टाचार शिर चढ़कर बोलने लगा है और पूर्व में जो मलाई खाने वाले थे अब अपनी पूरी ताकत से निगम को कंगाल करने में जुट गये हैं।