पहले सुरेश को फिर बारी-बारी से तीन युवको का किया था जघन्य हत्या
बरगवां सेफ्टी टैंक सामूहिक अंधे हत्याकांड का पुलिस ने किया पर्दाफास
लेन-देन व पुरानी रंजिश को लेकर आधा दर्जन आरोपियों ने तीन को गोली मार एवं एक की गला दबाकर हत्या को दिया था अंजाम
एक देशी पिस्टल, 4 नग जिन्दा कारतूस, एक खाली देशी पिस्टल मैगजीन बरामद
singrauli news : बरगवां । बरगवां थाना क्षेत्र के समीपी बड़ोखर गांव के हरिप्रसाद के सेफ्टी टैंक से बरामद चार युवको के शव की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लेने का दावा किया है। सामूहिक अंधी हत्या काण्ड के पीछे जमीनी विवाद एवं पुरानी रंजीश बताई जा रही है। आरोपियों के कब्जे से एक देशी पिस्टल, 4 नग जिन्दा कारतूस, एक खाली देशी पिस्टल मैगजीन बरामद हुआ है। आरोपी राजा रावत ने सबसे पहले सुरेश के ऊपर गोली से फायर कर मौत के नींद सुलाया। इसके बाद क्रमबद्ध तरीके से करण साहू एवं राजेश को मारा। इसके बाद अंतिम में पप्पू उर्फ जोगिन्दर को लोहे के रॉड से सिर पर हमला करते हुये गला घोट कर सेफ्टी टैंक में साक्ष्य छुपाने शव को फे ंक दिया।
उक्त घटना का खुलासा डीआईजी रीवा रेंज साकेत प्रकाश पाण्डेय ने किया। इस दौरान एसपी, एएसपी, एसडीओपी मोरवा केके पाण्डेय, सीएसपी सहित कई थानो के टीआई मौजूद रहे। डीआईजी पाण्डेय ने आगे बताया कि सेफ्टी टैंक में मिले चारो मृतक करण साहू पुत्र राजेश साहू उम्र 32 वर्ष निवासी जयंत, पप्पू उर्फ जोगिंदर महतो पुत्र उदय महतो उम्र 33 वर्ष निवासी जयंत व सुरेश प्रजापति पुत्र हरिप्रसाद प्रजापति उम्र 30 वर्ष निवासी लक्ष्मी मार्केट जयंत के साथ मुख्य आरोपी राजा रावत पुत्र अमर रावत उम्र 25 वर्ष निवासी नेहरू गेट जयंत का एनसीएल की जमीन में घर बनाने के विवाद को लेकर पुरानी रंजिश चल रहा था। जिसने सुनियोजित तरीके से अपने 5 आरोपी दोस्त क्रमश: बुद्ध सेन साकेत पुत्र रामदेव साकेत उम्र 20 वर्ष निवासी सिंगाही सोलन चौकी गोरबी, हरिश्चन्द्र साकेत उर्फ शुभम उर्फ छोटू पुत्र रामधनी साकेत उम्र 21 वर्ष निवासी बरहटी थाना बरगवां, रोहित साकेत पुत्र राम विचारे साकेत उम्र 21 वर्ष निवासी नेहरू गेट गर्दा बस्ती जयंत, नीरज साकेत पुत्र महेन्द्र साकेत उम्र 19 वर्ष निवासी जयंत व एक नाबालिक के साथ मिलकर गोली से मारकर सामूहिक अन्य अंधी हत्याकांड को अंजाम दिया। डीआईजी ने बताया कि डॉग स्क्वाड, एफ एसएल, फिंगर प्रिंट एण्ड चार स्पेशल जॉच टीम के सभी सदस्यों के कड़ी मशक्कत से सभी आरोपियों को अलग-अलग स्थान से गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों के पास एक देशी पिस्टल, 4 नग जिन्दा कारतूस, एक खाली देशी पिस्टल की मैगजीन बरामद हुई है। सभी आरोपियों को धारा 103(1) 331, 238, 3(5) बीएनएस के तहत न्यायालय मे पेस किया गया।
पुरानी रंजिश में गई सभी की जान
प्रारंभिक जांच में पुलिस को पता चला था कि मृतक कमरे में शायद सो रहे होंगे। क्योंकि उनके जूते के अंदर मोजे मौजूद व्यवस्थित रखे गए थे। जिससे पुलिस को अंदाजा हुआ कि इनकी यही हत्या कर शव को फेंका गया होगा। साथ ही आरोपियों ने कमरे में खून के धब्बों को मिटाने का भी प्रयास किया था। डीआईजी ने आगे मीडिया कर्मियों को बताया कि आरोपी राजा रावत कि मृतक जोगिंदर महतो समेत सुरेश से जमीन के कब्जे और मकान बनाने को लेकर पुरानी रंजिश थी। साथ ही तीनों गुस्सेल प्रवृत्ति के थे और यही कारण था हत्या का और सबूत मिटाने को लेकर अन्य लोगों की हत्या की गई। आरोपी राजा रावत ने झारखंड से प्रिस्टल व कारतूस खरीदे थे और वह काफी समय से इस घटना को अंजाम देने की तलाश में था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर एक देशी पिस्टल, चार नग जिंदा कारतूस व एक खाली मंैगजीन जप्त की है। वही अन्य आरोपियों से मोबाइल समेत अन्य हथियार अभी जप्त किया जाना शेष है।
आरोपियों की धरपकड़ करने में इनकी रही भूमिका
उक्त कार्रवाई में बरगवां टीआई शिव पूजन मिश्रा, बैढ़न टीआई अशोक सिंह परिहार, टीआई यूपी सिंह, टीआई ज्ञानेन्द्र सिंह, टीआई राजेन्द्र पाठक, टीआई जीतेन्द्र भदौरिया, एसआई सुधाकर सिंह परिहार, विनय शुक्ला, प्रियंका मिश्रा, संदीप नामदेव, नीरज सिंह, रामजी त्रिपाठी, आराधना तिवारी, सुबेदार आशीष तिवारी, अरविंद द्विवेदी, प्रआर संजय परिहार, कुणाल सिंह, हेमराज पटेल, पंकज सिंह, भगवान दास प्रजापती, राजनायाण, अनुप मिश्रा, धर्मराज रावत, संजय यादव, विक्रम सिंह, मनोज गौतम सहित अन्य पुलिस कर्मियों का सराहनीय योगदान रहा है।
तीन पर चलाया छ: राउंड गोली, एक का दबाया गला
डीआईजी पाण्डेय ने बताया कि सभी मृतक नये वर्ष की लगातार चल रही पार्टी के तीसरे दिन तीन मुख्य आरोपी राजा रावत मृतको के पास पहुंचा और बोला की घटना दिवस के दिन की खाने-पीने की पार्टी उसकी तरफ से है। पार्टी के बाद आरोपी राजा ने अपने पांच सह आरोपी दोस्तों को बुलाया और मकान के पीछे के रास्ते से अंदर घुसे। जहां सबसे पहले जैसे ही सुरेश प्रजापति घर के अन्दर के दूसरे कमरे में प्रवेश किया घात लगाये बैठे मुख्य आरोपी राजा ने पिस्टल से दो राउंड फायर कर दिया। इसके बाद करण आया और उसके ऊपर भी गोली बरसा दिया। इसी तरह राजेश को भी गोली मारकर हत्या कर दिया। इसके बाद अंतिम में पप्पू उर्फ जोगिन्दर महतो भागने का प्रयास किया तो उसके सिर के ऊपर रॉड से आरोपियों ने हमला किया। जहां वह गिर पड़ा। आरोपियों ने उसका गला घोटकर सामूहिक रूप से आरोपियों ने सेफ्टी टैंक में लेजाकर फेंक दिया।
डीजीपी ने सिंगरौली पुलिस टीम कि की प्रशंसा
सामूहिक अंधी हत्याकांड को महज 24 घण्टे में सुलझाने व हत्यारोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने एसपी व उनकी टीम को बधाई दी। वही रीवा रेंज के डीआईजी साकेत प्रकाश पाण्डेय ने पूरी टीम की प्रशंसा करते हुए नगद पुरस्कार की घोषणा की है।