singrauli news – सरई नगर का अतिक्रमण प्रशासन के लिए बना है चुनौती

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नगर में जाम लगने का यही है मुख्य कारण, फुटपाथ पर दुकानें, ट्रान्सपोटर भी कोयला परिवहन करने में शुरू किये ना-नुकूर

सिंगरौली। सरई नगर के कस्बा का अतिक्रमण हटाना स्थानीय प्रशसान के लिए चुनौती भरा है। यदि फुटपाथ का अतिक्रमण हट जाये तो जाम की समस्या से कुछ राहत मिल सकती है। लेकिन फुटपाथ से अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन साहस नही जुटा पा रहा है।

दरअसल सरई नगर में अतिक्रमण के चलते आये दिन व्यापारियों एवं वाहन चालकों के बीच किच-किचबाजी होती रहती है। यह किचकिचबाजी एक दिन की नही है करीब-करीब रोजाना की है। बताया जा रहा है कि सरई नगर के कई व्यापारियों ने फुटपाथ पर सामग्री फैला लेने से सड़क लगातार सिकुड़ती जा रही है अतिक्रमण लगातार बढ़़ता भी जा रहा है। लेकिन स्थानीय प्रशासन की नजरे इन अतिक्रमणकारियों पर नही पड़ रही है।जिसके चलते रोजाना जाम की स्तीती अभी भी बनी रहती है। हालांकि 4 दिनों से नो इन्ट्री के चलते कुछ हद तक सुकुन महसूस हो रहा है । लेकिन यह नो इन्ट्री का समय चंद महिने तक के ही माना जा रहा है। इसके पीछे कारण यही बताया जा रहा है कि लगातार 14 घण्टे के नो इन्ट्री से ट्रान्सपोटर एवं कोलवाहन चालक परेशान हैं।

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इधर सरई कस्बा के फुटपाथ के अतिक्रमण भी करीब-करीब व्यापारियों के लिए भी सिर दर्द बना हुआ है। यहां के कई व्यापारी चाहते भी है कि फुटपाथ का अतिक्रमण शीघ्र हटै। बशर्ते प्रशासन को साहस दिखानी पड़ेगी।
फुटपाथ पर दुकानें, सिकुड़ रही सड़के: नगर परिषद सरई के कस्बा के सड़क अधिकांश कब्जे में हैं। आलम यह है कि फुटपाथ पर दुकाने आ गई हैं और मुख्य मार्ग की सड़क लगातार सिकुड़ती जा रही हैं। आरोपी है कि यदि प्रशासन अतिक्रमण हटाने के लिए साहस भी जुटा का प्रयास करता है तभी राजनीति आड़े आना शुरू हो जाती हैं। बताया जाता है कि नगर का अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन कभी मन भी बनाता है तो नेता खुल कर उक्त कार्रवाई की बात करने लगते हैं। जिसके कारण प्रशासन भी पीछे हटने लगता है। जिसके चलते नगर के फुटपाथ के अतिक्रमण बरकरार है और जाम भी यहां के लिए सब के लिए सिर दर्द बना हुआ है।

 

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Awanish Tiwari
Author: Awanish Tiwari

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