Singrauli news: कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हो रही प्रत्येक बैठक में निर्माण कार्यों की समीक्षा हो रही है लेकिन क्रिटिकल केयर यूनिट के निर्माण प्रगति की जानकारी लेने की जरूरत अधिकारी नहीं समझ रहे हैं। नवरात्र पर्व के समय डिप्टी CM ने नौगढ़ स्थित medical college परिसर में क्रिटिकल केयर यूनिट का भूमि पूजन कर शुभ समय का हवाला देकर निर्माण शुरू करने का निर्देश दिया था। वहीं एक सप्ताह में निर्माण कार्य प्रगति का Report प्रस्तुत करने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित भी किया था। मगर अधिकारियों ने उक्त निर्देश पर अमल नहीं किया।
अब स्थिति यह है कि क्रिटिकल केयर यूनिट में अभी तक में पीलर भी खड़े नहीं हुए। विगत एक सप्ताह पहले चिह्नित स्थान पर एजेंसी ने निर्माण शुरू किया है। जिसकी कवायद अभी तक समतल करने तक ही सीमित है। 50 बेड के क्रिटिकल केयर ब्लाक का निर्माणकार्य 16 करोड़ की लागत से हो रहा है। स्थान को लेकर लंबे समय से लंबित रहा सीसीयू के निर्माणकार्य में अब भी तेजी नहीं आ रही है। भूमि पूजन को डेढ़ महीने से अधिक समय बीत गए। मगर अब निर्माण एजेंसी की ओर से लापरवाही की जा रही है। ऐसे में वर्ष 2025 तक में निर्माण पूरा कैसे होगा।
मॉनिटरिंग को भूले जिमेदार अधिकारी
सीसीयू के निर्माणकार्य की नियमित तौर पर जिमेदारों की ओर से मॉनिटरिंग की गई तो समय पर एजेंसी निमार्ण पूरा कर सकती है। मगर उस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो निश्चित रूप से निर्माण में लापरवाही बरती जाएगी और धीमी गति से कार्य किया जाएगा। निर्माण एजेंसी ने डिप्टी सीएम की बात को अनसुना कर दिया है। इसलिए जिमेदार अधिकारियों को समय-समय पर सीसीयू निर्माण कार्य के प्रगति की जानकारी लेना जरूरी है।
180 करोड़ रुपए की लागत से परिसर में बनेगा अस्पताल
क्रिटिकल केयर यूनिट के साथ मेडिकल कॉलेज परिसर में 180 करोड़ की लागत से अस्पताल भी बनेगा। बताया गया है कि यह अस्पताल मेडिकल कॉलेज के छात्रों की सहूलियत के लिए बनाया जाएगा। जिससे उन्हें जिला अस्पताल तक दौड़ न लगानी पड़े। मेडिकल कॉलेज परिसर में छह सौ बेड का हास्पिटल तैयार किया जाएगा। इसके बाद विस्तारीकरण कर अतिरिक्त सौ से अधिक बेड उसमें शामिल किए जाएंगे।
गंभीर मरीजों को सुविधा मिलने में लगेगा वक्त
सीसीयू का निर्माण पूरा होने के बाद यहां के मरीजों को उपचार के लिए बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी। उन्हें बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। गंभीर मरीजों को सीसीयू में इलाज मिलेगा। दुर्घटना में घायल हों या फिर हृदय रोग संबंधी गंभीर मरीजों को अक्सर ट्रामा सेंटर से रेफर कर दिया जाता है क्योंकि यहां पर सुविधा उपलब्ध नहीं थी। लंबी प्रक्रिया के बाद निर्माणकार्य शुरू तो हुआ है मगर अभी पूरा होने में काफी वक्त लगेगा।
प्रगति रिपोर्ट की जानकारी ली जाएगी
CCU का निर्माण शुरू करने और तेजी के साथ कार्य को पूरा करने के संबंध में निर्माण एजेंसी को कई बार निर्देशित किया गया है। मगर निर्माण agency निर्देश को अनसुना कर रही है। अब उससे लिखित में डेढ़ माह की प्रगति रिपोर्ट की जानकारी ली जाएगी।
आरडी दत्त, अधिष्ठाता मेडिकल कॉलेज