Singrauli news: रेलवे कर रहा गुपचुप तरीके से 2000 टन कोयला नीलाम करने की तैयारी
गोंदवाली स्टेशन के पास कोल यार्ड में रखे कोयले का नहीं मिला कोई वारिस।
सिंगरौली. शहर के गोंदवाली रेलवे स्टेशन के पास स्थित कोल यार्ड में 10 दिन पहले बड़ी मात्रा में कोयला रेलवे ने जब्त किया था। पिछले दिनों प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के ग्रामीण महामंत्री प्रवीण चौहान ने इस कोयले की मात्रा 4 हजार टन बताई, जबकि स्टेशन मास्टर कोयला 2 हजार टन बता रहे हैं। इतना ही नहीं, जब्त कोयले की आरपीएफ निगरानी करती रही, लेकिन मौके पर नजर आ रहे निशानों को देखकर स्पष्ट हो रहा है कि उक्त जब्तशुदा स्थान से गुपचुप कोयला भरकर कहीं और अनलोड कर दिया गया।
ज्ञात रहे कि गोंदवाली रेलवे स्टेशन के पास स्थित रेलवे के कोल यार्ड में अगर कोई कोयला कारोबारी अपना कोयला रखता है, तो वो उसके लिए नियमानुसार रेलवे से प्लॉट बुक करता है। दस दिन पहले बिना रेलवे से प्लॉट बुक कराए ही वहां बड़ी मात्रा में कोयला डंप कर दिया गया। बिना बुकिंग के इतनी बड़ी मात्रा में कोयला आने पर जब रेलवे ने उसके मालिक का पता करवाया, तो किसी ने भी उसे अपना नहीं बताया। जब कोयले का कोई वारिस नहीं आया तो फिर अब रेलवे उसे नीलाम करने की तैयारी में है।
ढेर के पास कोयला उठाने के निशान: शुक्रवार को जब पत्रिका टीम ने मौके पर जाकर देखा तो कोयले के ढेर न केवल कम हो गए थे, बल्कि उनके पास कोयला उठाए जाने के निशान भी स्पष्ट नजर आ रहे हैं। यही वजह है कि बीते 3 दिसंबर को हुई कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में ग्रामीण महामंत्री ने कोयले की मात्रा 4 हजार टन और कीमत 1.60 करोड़ रुपए बताई थी। दूसरी तरफ गोंदवाली के स्टेशन मास्टर कोयले की मात्रा आधी यानी 2 हजार टन बता रहे हैं। यानी अब मौके पर 80 लाख का कोयला ही शेष रह गया।
रेलवे कोल यार्ड में बिना प्लॉट बुक कराए ही कोयला वहां लाकर रखा गया था, जिसे हमने जब्त करके उसे आरपीएफ की निगरानी में रखा। उक्त कोयले की मात्रा 2 हजार टन है। उसकी सुरक्षा आरपीएफ कर रही थी। रेलवे को इतना ही कोयला मिला था।
-सुजीत सिंह, स्टेशन मास्टर, गोंदवाली कोल यार्ड स्टेशन