भगवान गणेश, माँ दुर्गा और महालक्ष्मी की मूर्तियाँ मिट्टी से बनाई जाएँ: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
भगवान गणेश सभी की मनोकामनाएँ पूर्ण करें, सभी पर कृपा बरसाएँ
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ‘माटी गणेश-सिद्ध गणेश’ अभियान का शुभारंभ किया
भोपाल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को मुख्यमंत्री निवास स्थित समता भवन में मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा संचालित ‘माटी गणेश-सिद्ध गणेश’ अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भगवान गणेश की पूजा-अर्चना से विद्या, बुद्धि और ऋद्धि-सिद्धि की प्राप्ति होती है। भगवान गणेश सभी की मनोकामनाएँ पूर्ण करें।
ईश्वर हम सभी पर वर्षा का आशीर्वाद रखें और हमारे प्रदेश में सुख-समृद्धि का निरंतर संचार करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जन अभियान परिषद के पदाधिकारियों से कहा कि नवरात्रि पर भगवान गणेश, माँ दुर्गा और दीपावली पर महालक्ष्मी की मूर्तियाँ भी मिट्टी से बनाई जाएँ। इसके लिए जागरूकता अभियान चलाएँ। उन्होंने कहा कि मिट्टी की मूर्तियाँ मिट्टी में ही समाहित हो जाती हैं, जिससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होता। इस अभियान का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना और गणेश चतुर्थी पर्व पर लोगों में पवित्र मिट्टी और गोबर से बनी गणेश प्रतिमाओं के उपयोग को प्रोत्साहित करना है। साथ ही प्राकृतिक संतुलन भी बना रहे।
माटी गणेश-सिद्ध गणेश अभियान पर्यावरण संरक्षण की एक अभिनव पहल है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अभियान में निहित संकल्प पर केंद्रित एक सचित्र पोस्टर का भी विमोचन किया। परिषद पर्यावरण संरक्षण की एक अभिनव पहल के रूप में ‘माटी गणेश-सिद्ध गणेश अभियान’ का संचालन करेगी। इस अभियान में, पर्यावरण हितैषी संस्थान नर्मदा समग्र द्वारा प्रशिक्षण के माध्यम से प्रदेश के सभी 313 विकास खंडों में नवांकुर सखियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षित सखियाँ अपने गाँवों में स्थानीय महिलाओं को घर-घर जाकर 10 लाख मिट्टी की गणेश प्रतिमाएँ स्थापित करने के लिए प्रेरित और प्रशिक्षित करेंगी। अभियान का लक्ष्य 10 लाख गणेश प्रतिमाएँ बनाकर 25 लाख लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अभियान के संकल्पना गीत और पोस्टर का भी विमोचन किया।
इस अवसर पर मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री मोहन नागर भी उपस्थित थे। सभी ने संकल्प लिया कि इस वर्ष घरों में केवल मिट्टी और गोबर से बनी गणेश प्रतिमाएँ ही स्थापित की जाएँगी और इन प्रतिमाओं का विसर्जन अत्यंत प्राकृतिक तरीके से किया जाएगा।
म.प्र. जन अभियान परिषद की कार्यकारी निदेशक डॉ. बकुल लाड ने बताया कि परिषद ने नर्मदा समग्र संगठन के साथ मिलकर “माटी गणेश-सिद्ध गणेश” अभियान की एक नई पहल की है। परिषद के प्रशिक्षित नेटवर्क द्वारा उनके गाँव की महिलाओं को घर-घर बैठकर ‘माटी गणेश-सिद्ध गणेश’ के साथ भगवान गणेश की मिट्टी की मूर्तियाँ बनाने के लिए प्रेरित और प्रशिक्षित किया जाएगा। इससे पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।