बांधवगढ़ में बाघ का कहर: जंगल में गई महिला पर हमला, मौके पर मौत
उमरिया | 7 जून 2025
मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक बार फिर इंसान और वन्यजीव के संघर्ष की दर्दनाक तस्वीर सामने आई है। मानपुर बफर परिक्षेत्र के अंतर्गत ग्राम राखी से लगी जंगल की सीमा पर शुक्रवार सुबह एक महिला की बाघ के हमले में मौत हो गई।
क्या हुआ था घटनास्थल पर?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, गीतांजलि यादव नामक महिला शुक्रवार की सुबह रोजमर्रा की तरह जंगल की ओर गई थी, संभवतः लकड़ी या चारा एकत्रित करने के लिए। इसी दौरान झाड़ियों में घात लगाए बैठे बाघ ने उस पर अचानक हमला कर दिया।
- बाघ ने महिला को बुरी तरह घायल कर दिया
- आसपास कोई मौजूद नहीं था जो मदद कर पाता
- जब गांव वाले पहुंचे, तब तक महिला की मौत हो चुकी थी
वन विभाग और प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रशासन द्वारा इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और बाघ की मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है।
वन अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता और मुआवजे की प्रक्रिया शुरू करने की बात कही है।
बांधवगढ़ में पहले भी हो चुके हैं बाघ के हमले
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व भारत के सबसे घने बाघों वाले क्षेत्रों में से एक है, और अतीत में भी यहां इंसानों पर बाघों के हमले की घटनाएं होती रही हैं।
- बफर जोन में मानव-बाघ संघर्ष लगातार चिंता का विषय बना हुआ है
- असुरक्षित जंगल क्षेत्रों में जाने से पहले सावधानी बरतने की अपील की जाती रही है
- स्थानीय ग्रामीणों को नियमित रूप से जागरूकता प्रशिक्षण देने की जरूरत दोहराई जा रही है
यह क्यों है एक गंभीर चेतावनी?
घटना सिर्फ एक जान का नुकसान नहीं है, यह संकेत है कि जंगल और इंसानी आबादी के बीच सीमाएं धुंधली हो रही हैं।
वन्य जीव संरक्षण के साथ-साथ स्थानीय लोगों की सुरक्षा के लिए स्थायी समाधान अब जरूरी हो गया है।
सरकार, वन विभाग और जिला प्रशासन को चाहिए कि –
- बफर जोन में मानव गतिविधि को नियंत्रित करें
- बाघों की मूवमेंट पर निगरानी बढ़ाएं
- ग्रामवासियों को समय-समय पर वन्यजीवों से बचाव के प्रशिक्षण दें
- मृतक के परिजनों को शीघ्र और पर्याप्त मुआवजा दें
🙏 गीतांजलि यादव को विनम्र श्रद्धांजलि।
ईश्वर उनके परिवार को यह दुःख सहने की शक्ति दे।