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अयोध्या में हुई राम लला की प्राण प्रतिष्ठा, अमेरिका से लेकर मॉरिशस तक रामभक्ति में डूबे…
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कहीं निकली कार रैली, कहीं रामलला उत्सव की धूम, पीएम मोदी बोले
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रामलला अब टेंट में नहीं दिव्य मंदिर में रहेंगे
अयोध्या/नई दिल्ली(ईएमएस)। अयोध्या में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की। इसके साथ ही रामलला गर्भगृह में विराजमान हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे विधि-विधान से रामलला के प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान को संपन्न किया। राम मंदिर के इस भव्य उद्घाटन को देशभर में त्योहार की तरह मनाया जा रहा है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में जश्न का मौहाल है। अमेरिका से लेकर मॉरीशस और त्रिनिडाड और टोबैगो जैसे देशों में रामभक्तों का उत्साह बना हुआ है। अमेरिका के न्यूयॉर्क से लेकर वॉशिंगटन और लॉस एंजेलिस तक रामभक्त भक्ति और आस्था में डूबे नजर आए। अयोध्या में कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित कहा कि सदियों की प्रतीक्षा के बाद हमारे राम आ गए हैं। सदियों का अभूतपूर्व धैर्य, अनगिनत बलिदान, त्याग और तपस्या के बाद हमारे प्रभु राम आ गए हैं। इस शुभ घड़ी की आप सभी को, समस्त देशवासियों को बधाई। मैं गर्भगृह में ईश्वरीय चेतना का साक्षी बनकर आपके सामने उपस्थित हुआ हूं।
उन्होंने कहा कि कितना कुछ कहने को है, लेकिन कंठ अवरूद्ध है, शरीर स्पंदित है, चित्त अभी भी उस पल में लीन है। हमारे रामलला अब टेंट में नहीं रहेंगे। हमारे रामलला अब दिव्य मंदिर में रहेंगे। मेरा पक्का विश्वास है, अपार श्रद्धा है, जो घटित हुआ है, इसकी अनुभूति देश और विश्व के कोने-कोने में राम भक्तों को हो रही होगी। यह क्षण आलौकिक है। यह पल पवित्रतम है। यह माहौल, वातावरण, यह घड़ी, प्रभु श्रीराम का हम सब पर आशीर्वाद है।
यह राम के रूप में राष्ट्र चेतना का मंदिर
पीएम मोदी ने कहा, हमारे राम लला आ गए हैं। राम लला अब टेंट में नहीं रहेंगे। पीएम मोदी ने कहा, सदियों की प्रतीक्षा के बाद हमारे राम आ गए हैं। सदियों के अभूतपूर्व धैर्य, अनगिनत बलिदान, त्याग और तपस्या के बाद हमारे प्रभु राम आ गए हैं। हमारे रामलला अब टेंट में नहीं रहेंगे। हमारे रामलला अब इस दिव्य मंदिर में रहेंगे। मेरा पक्का विश्वास और अपार श्रद्धा है कि जो घटित हुआ है, इसकी अनुभूति देश के, विश्व के कोने-कोने में रामभक्तों को हो रही होगी। ये क्षण आलौकिक है, ये पल पवित्रतम है। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी, 2024 का ये सूरज एक अद्भुत आभा लेकर आया है। ये कैलेंडर पर लिखी एक तारीख नहीं, बल्कि ये एक नए कालचक्र का उद्गम है। मैं प्रभु श्रीराम से क्षमा भी मांगता हूं। हमारे पुर्षाक्र्ष में कोई तो कमी रही होगी कि इस काम को करने में हमें इतना समय लग गया। मुझे पूरा विश्वास है कि प्रभु श्री राम हमें जरूर माफ करेंगे। राम मंदिर के भूमिपूजन के बाद से प्रतिदिन पूरे देश में उमंग और उत्साह बढ़ता ही जा रहा था। निर्माण कार्य देख देशवासियों में हर दिन एक नया विश्वास पैदा हो रहा था। आज हमें सदियों के उस धैर्य की धरोहर मिली है। आज हमें श्रीराम का मंदिर मिला है। भारत के संविधान की पहली प्रति में भगवान राम विराजमान हैं। संविधान के अस्तित्व में आने के बाद भी दशकों तक प्रभु श्रीराम के अस्तित्व को लेकर कानूनी लड़ाई चली। मैं आभार व्यक्त करूंगा भारत की न्यायपालिका का, जिसने न्याय की लाज रख ली।
आज हमें सदियों की धरोहर मिली है
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे रामलला अब टेंट में नहीं रहेंगे। हमारे रामलला अब दिव्य मंदिर में रहेंगे। राम मंदिर के निर्माण के बाद से देशवासियों में नया उत्साह पैदा हो रहा था। आज हमें सदियों की धरोहर मिली है, श्रीराम का मंदिर मिला है। गुलामी की मानसिकता को तोडक़र उठ खड़ा होता राष्ट्र ऐसे ही नवइतिहास का सृजन करता है। आज से हजार साल बाद भी लोग आज के इस पल, तारीख की चर्चा करेंगे। राम की कितनी बड़ी कृपा है कि हम सब इस पल को घटित होते देख रहे हैं।पीएम बोले कि मैं सौभाग्यशाली हूं कि अनुष्ठान के दौरान सागर से सरयू तक की यात्रा का मौका मिला। राम भारतवासियों के मन में विराजे हुए हैं। किसी के भी मन को छुएंगे तो एकत्व की अनुभूति होगी। मुझे देश के कोने-कोने में रामायण सुनने का अवसर मिला।
नया भारत खड़ा होके रहेगा: भागवत
इस मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा- आज 500 साल बाद रामलला यहां लौटे हैं। रामलला के साथ भारत का स्वर लौट कर आया है। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व को त्रासदी से राहत देने वाला एक नया भारत खड़ा होके रहेगा। आज का कार्यक्रम इसका प्रतीक है। जोश की बातों में होश की बातें करने का काम मुझे सौंपा जाता है। पीएम को जितना कठोर व्रत करने को कहा गया था, उन्होंने उससे ज्यादा कठोर व्रत किया। वे तपस्वी हैं। संघ प्रमुख ने कहा कि पीएम ने तप किया। अब हमें भी तप करना है। हमें छोटी-छोटी बातों पर लड़ाई छोडऩी होगी। हमको आपस में समन्वय रखकर चलना होगा। सब हमारे ही हैं। सरकार की कई योजनाएं राहत दे रही है। लेकिन समाज के लोग हमारे भी लोग हैं। हमें भी सेवा और परोपकार के रास्ते पर चलना होगा। अपने लिए उतना ही रखें जितने की जरुरत हो।
आज हर मन में राम, हर आंख में संतोष के आंसू: योगी
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। प्रभु राम की कृपा से अब कोई अयोध्या की परिक्रमा में बाधा नहीं बन पाएगा। अयोध्या की गलियो में गोलियों की गडग़ड़ाहट नहीं होगी। यहां की गलियां श्री राम नाम से गूंजेंगी। आज इस ऐतिहासिक अवसर पर भारत का हर ग्राम, हर नगर अयोध्या धाम है। हर मन में राम नाम है। हर आंख हर्ष और संतोष के आंसू से भीगी हैं। हर जुबान राम नाम जप रही है। रोम-रोम में राम रमे हैं। यह राम राज्य की शुरुआत है। ऐसा लगता है कि हम त्रेता युग में प्रवेश कर गए हैं। सीएम योगी ने कहा, पूरा देश इस आयोजन से खुश है और इस पीढ़ी का सौभाग्य है कि वह इस भव्य आयोजन का गवाह बन सकी है। इस समय दुनिया की नजरें अयोध्या की ओर हैं और हर कोई यहां आना चाहता है। श्री राम जन्मभूमि मंदिर में विराजमान श्री राम की मूर्ति का बाल स्वरूप प्रत्येक सनातनी के जीवन को रास्ता दिखाता रहेगा।