ऑपरेशन सिंदूर के बाद केंद्र की सर्वदलीय बैठक बुलाई गई, सरकार रखेगी कार्रवाई का ब्यौरा
8 मई को सुबह 11 बजे होगी अहम बैठक, विपक्ष को दी जाएगी भारत की जवाबी कार्रवाई की जानकारी
नई दिल्ली। पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारत द्वारा की गई एयरस्ट्राइक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद केंद्र सरकार ने 8 मई को सुबह 11 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस अहम बैठक का उद्देश्य राजनीतिक दलों को सुरक्षा स्थिति, सेना की कार्रवाई और आगे की रणनीति से अवगत कराना है।
‘ब’ से बैठक: बहुदलीय समर्थन के लिए केंद्र का बड़ा कदम
सरकार की ओर से बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह और संसदीय मामलों के मंत्री किरण रिजिजू मौजूद रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद विपक्षी नेताओं से संपर्क कर उन्हें बैठक में शामिल होने का न्योता भेजा है। माना जा रहा है कि इस बैठक में भारत की सैन्य कार्रवाई की विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी और भविष्य के कदमों पर आम सहमति बनाई जाएगी।
सर्जिकल से सिंदूर तक: भारत का दो टूक संदेश
बीते दिन भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दर्जनों आतंकवादी मारे गए। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले के जवाब में की गई, जिसमें CRPF के जवान शहीद हुए थे। भारत की इस कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है।
सर्वदलीय एकजुटता की जरूरत
विशेषज्ञों का मानना है कि सर्वदलीय बैठक से एक मजबूत राष्ट्रीय एकता का संदेश जाएगा, खासकर तब जब देश की सीमाएं असुरक्षा की स्थिति से गुजर रही हैं। इस बैठक में कांग्रेस, तृणमूल, आम आदमी पार्टी, DMK, शिवसेना, NCP, और अन्य क्षेत्रीय दलों के नेता भी आमंत्रित हैं।
बैठक में ये मुद्दे रह सकते हैं अहम:
- एयरस्ट्राइक के लक्ष्यों और परिणामों की जानकारी
- पाकिस्तान की संभावित प्रतिक्रिया पर चर्चा
- देश की सुरक्षा और नागरिक तैयारियों पर फीडबैक
- अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की स्थिति
राजनीति से ऊपर है राष्ट्रहित: अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने एक बयान में कहा कि, “देश की सुरक्षा सर्वोपरि है। हमें उम्मीद है कि सभी दल इस गंभीर मुद्दे पर एक स्वर में खड़े होंगे। यह वक्त राजनीति का नहीं, एकता का है।”
भारत द्वारा की गई सर्जिकल कार्रवाई के बाद अब राजनीतिक और कूटनीतिक मोर्चे पर समन्वय बनाना जरूरी हो गया है। यह सर्वदलीय बैठक देश को एकजुट कर, दुनिया को मजबूत नेतृत्व का संदेश देने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है।