घबराएं नहीं… 24 साल पुराना है एचएमपीवी वायरस
Bhopal News: भोपाल में मलेशिया और चीन के बाद देश में तीन एचएमपीवी(hmpv) (ह्यूमन मेटा न्यूमो वायरस) के मामले सामने आने के बाद सोमवार को राजधानी में भी इस वायरस को लेकर चर्चा होती रही। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री(Deputy Chief Minister) राजेंद्र शुक्ल ने इस virus के संबंध में मॉनिटरिंग बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देश जारी किए। इस बीच मीडिया ने शहर के स्वास्थ्य विशेषज्ञों से इस वायरस के बारे में बातचीत की। डॉक्टरों ने कहा- यह वायरस कोरोना जैसा खतरनाक नहीं है।
डरने की जरूरत नहीं
ठंड में जितने सामान्य फ्लू के मामले आते हैं, उनके करीब एक फीसदी मामले इस वायरस के होते हैं। यह वायरस भी फ्लू के वायरस की तरह हमेशा मौजूद रहता है। जो ठंड में ज्यादा एक्टिव हो जाता है। मरीज बिना लापरवाही किए समय से इलाज कराएं तो चार से पांच दिन में ठीक हो जाते हैं। हालांकि जिनको सीपीओडी, टीबी रोग(CPOD, TB disease,), कोई गंभीर रोग या फेफड़े से संबंधित समस्या रही हो तो वे ज्यादा सावधानी रखें।
एक्सपर्ट पैनल
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (hmpv) सांस लेने की समस्या पैदा कर सकता है। यह वायरस विशेष रूप से 14Year से छोटे बच्चों, कमजोर इम्यूनिटी वालों और वृद्ध लोगों को प्रभावित करता है। 21 साल पहले साल 2001 में यह वायरस नीदरलैंड(virus netherlands) में डिस्कवर हुआ। यह संक्रमित(infected) व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने या संक्रमित चीजों को छूने से फैलता है, यानी ठीक उसी तरह जिस तरह कोरोना फैलता है। इसकी जांच भी आरटीपीसीआर(RTPCR) तकनीक से होती है। यह जांच एम्स Bhopal में करा सकते हैं।
ये सावधानी बरतें
● मरीज को पर्याप्त पानी पिलाना चाहिए ताकि वह हाइड्रेटेड रहे।
● मरीज को पूरी तरह से आराम करना चाहिए ताकि उसका शरीर वायरस से लड़ने में सक्षम हो।
● दर्द और श्वसन समस्याओं के लिए दवाएं दी जा सकती हैं।
● गंभीर मामलों में, मरीज को ऑक्सीजन समर्थन की आवश्यकता हो सकती है।