मऊगंज. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के गडरा गांव में दो पक्षों के बीच झड़प और पुलिस पर हमले पर दुख जताया और कहा कि वहां स्थिति नियंत्रण में है और वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं.
डॉ. यादव ने इस घटना में शहीद हुए सहायक पुलिस उपनिरीक्षक रामचरण गौतम और एक अन्य युवक की मौत पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने बताया कि शाहपुर थाना क्षेत्र के गडरा गांव में दो पक्षों के बीच आपसी विवाद की सूचना पर तहसीलदार, थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ पहुंचे. टीम पर हुए दुर्भाग्यपूर्ण हमले में एएसआई की दुखद मौत हो गई. उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है.
डॉ. यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से बताया कि घटना में घायल अन्य पुलिसकर्मियों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. उन्हें रीवा के अस्पताल भेजा गया है. घटना के तुरंत बाद धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. डीआइजी रीवा, एसपी मऊगंज और अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। एडीजी रीवा जोन के अलावा पुलिस महानिदेशक को भी मौके पर पहुंचने के लिए कहा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी अमानवीय और दुर्भाग्यपूर्ण घटना के सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है.
देर रात से ही गडरा गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया है. गडरा गांव के एक युवक की कुछ समय पहले सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। पीड़ित परिवार ने इस मामले में एक युवक को दोषी ठहराया और शनिवार को उसे बंधक बना लिया. उसे बुरी तरह पीटा गया. युवक के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार की सूचना पर पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा, लेकिन भीड़ ने उस पर भी हमला कर दिया. इससे एक एएसआई शहीद हो गए और कम से कम चार से पांच अधिकारी और कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए. युवा बंधक की भी मौत हो गई है.
इस घटना के बाद गांव में दो पक्ष आमने-सामने आ गये और तनाव हो गया. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कल रात गांव पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया. अब संदिग्ध आरोपियों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है.