Share this
विजयपुर: विजयपुर में कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा को पुलिस ने सुबह से ही अपनी अभिरक्षा में ले लिया। टीआई ने कहाकि यह कदम सुरक्षा कारणों से उठाया गया है। इसके कुछ घण्टे बाद भाजपा प्रत्याशी और वन मंत्री राम निवास रावत को भी पुलिस ने अपनी अभिरक्षा में लेकर नजरबंद कर लिया।कांग्रेस प्रत्याशी की पत्नी बोली कि जब वे वोट डालने की तैयारी में थे तब 4-5 गाड़ी आई थी, पुलिस ने उन्हें वोट डालने से पहले कस्टडी में लिया।पुलिस अभिरक्षा में मल्होत्रा ने मतदान किया।
कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा ने मतदान किया
मध्यप्रदेश की विजयपुर-बुदनी विधानसभा सीट पर सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गया है. इधर विजयपुर से कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा की पत्नी का आरोप है कि 4-5 गाड़ी से पुलिस आई और पति को वोट डालने से पहले ही कस्टडी में ले लिया है. वहीं कराहल टीआई भारत सिंह के अनुसार मुकेश मल्होत्रा को सुरक्षा की दृष्टि से साथ लिया है. उन्हें पुलिस की गाड़ी से ही मतदान केन्द्रों पर निरीक्षण कराएंगे।
रावत नजरबंद
उधर पुलिस ने भाजपा प्रत्याशी राम निवास रावत को भी नजरबंद कर लिया है। उन्हें वोट डालने के बाद ही नजरबंद कर दिया गया। उन्हें भी पुलिस अभिरक्षा में पोलिंग बूथों के निरीक्षण के लिए ले जाएंगे।
रावत ने हनुमान जी के दर्शन के बाद वोट डाला
श्योपुर की विजयपुर विधानसभा मे होने बाले उपचुनाव के लिए आज मतदान प्रक्रिया हो रही है…ओर विजयपुर की जनता विजयपुर उपचुनाव के रण मे उतरे उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला आज EVM मे बंद करने के लिए मतदान केन्द्रो पर पहुंच रही है जनता।विजयपुर मे मतदान करने से पहले बीजेपी उम्मीदवार वन मंत्री रामनिवास रावत ने हनुमान मंदिर मे दर्शन किये ओर फिर बीजेपी उम्मीदवार रामनिवास रावत अपने ग्रह गांव सुनवई के पोलिंग बूथ पर पहुचे कर अपना वोट किया। वोट करने बाद पोलिंग से बाहर आये रामनिवास रावत ने बीजेपी की जीत का दावा भी किया.
उधर विजयपुर मे उप चुनाव को शांति पूर्ण तरीके से करवाने के लिए जिला प्रसाशन ने बीजेपी ओर कांग्रेस के उम्मीदवार को नजर बंद कर दिया । जिला प्रशासन ने बीजेपी के उम्मीदवार रामनिवास रावत को वोट डालने के बाद विजयपुर मे ही नजर बंद कर रखा है तो वही कोंग्रेसी उम्मीदवार मुकेश मल्होत्रा को सिलपुरी मे वोट करने के बाद पुलिस सुरक्षा मे श्योपुर ले जाकर नजर बंद किया गया है की ताकि वोटिंग मे किसी प्रकार का व्यवधान ना हो सके।