RBI   बैंक ने अपने बचत खाताधारकों  के लिए एक बड़ा फैसला, किया है। अब बचत खातों पर 7% से ज़्यादा ब्याज मिलेगा

By News Desk

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RBI   बैंक ने अपने बचत खाताधारकों  के लिए एक बड़ा फैसला, लिया  है। अब बचत खातों पर 7% से ज़्यादा ब्याज मिलेगा

 

 

 

Saving Account New Update:        RBI   बैंक ने अपने बचत खाताधारकों  (account holders) के लिए एक बड़ा ऐलान   (announcement)  किया है। बैंक खाते  में रखी गई बचत राशी  (savings amount) पर मिलने वाला ब्याज  (Interest) हमेशा से खाताधारकों  (account holders) के लिए एक विशेष  विषय  है। हाल के दिनों में, भारतीय रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीतियों  (monetary policies) और बैंकिंग क्षेत्र  (banking sector) में आए बदलावों  (changes) के चलते, बैंकों ने बचत खातों  (savings accounts) पर मिलने वाली ब्याज  (Interest) दरों में काफ़ी बढ़ोतरी  (increase) की है। ख़ासकर निजी और लघु वित्त बैंकों  (small finance banks) ने अपने ग्राहकों को आकर्षित  (attracted) करने के लिए 7 प्रतिशत से ज़्यादा ब्याज दरें देने का ऐलान   (announcement) किया है। यह खबर उन लोगों के लिए राहत भरी है जो अपनी गाढ़ी कमाई बैंक में सुरक्षित   (Safe) रखते हैं और उस पर अच्छा रिटर्न  (good returns) चाहते हैं। आमतौर पर पारंपरिक बैंक  (traditional bank) 3 से 4 प्रतिशत तक की ब्याज दरें देते हैं, लेकिन अब कुछ बैंक विशेष परिस्थितियों (circumstances)  और ज़्यादा जमा राशि  (Amount deposited) पर इस दर को दोगुना  (double) कर रहे हैं।

 

 

 

DCB बैंक ने अपने बचत खाताधारकों  (savings account holders) के लिए एक बड़ा ऐलान किया है। बैंक ने अपनी ब्याज दर को संशोधित (modified)  कर अधिकतम 7.25 प्रतिशत  (percentage) कर दिया है। यह दर जमा की श्रेणी के अनुसार  (According) अलग-अलग होती है। 1 लाख रुपये तक की जमा राशि  (Amount) पर 2.25 प्रतिशत, 1 से 2 लाख रुपये पर 4 प्रतिशत, 2 से 5 लाख रुपये पर 5 प्रतिशत, 5 से 10 लाख रुपये पर 6 प्रतिशत, 10 से 50 लाख रुपये पर 7 प्रतिशत और 50 लाख से 2 करोड़ रुपये  (crore rupees) तक की जमा राशि पर 7 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है। यह योजना 14 फरवरी 2025 से लागू हो गई है।

 

 

RBI ने बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट   (Savings Bank Deposit) अकाउंट (BSBD) के लिए डिजिटल (digital)  सुविधाओं में सुधार की घोषणा  (Announcement) की है। इस पहल का उद्देश्य सभी वर्गों, खासकर  (especially) ग्रामीण और छोटे शहरों के खाताधारकों  (account holders) को आधुनिक बैंकिंग  (modern banking) सुविधाओं का लाभ देना है। डिजिटल बैंकिंग (digital banking) के विस्तार से लेन-देन आसान होगा और ग्राहकों  (customers) को बेहतर अनुभव (Experience)  मिलेगा। इन सुविधाओं  (features)  के अक्टूबर 2025 तक पूरे देश में लागू होने की उम्मीद  (Hope)  है।

 

 

किन बैंकों  (banks) को मिल रहा है 7% से ज़्यादा ब्याज  (high interest)
कुछ चुनिंदा निजी और लघु वित्त बैंक ही बचत खातों  (savings accounts) पर 7% से अधिक ब्याज दर दे रहे हैं। इनमें डीसीबी बैंक सबसे प्रमुख  (Chief) नाम है, जो 7.25 प्रतिशत तक की ब्याज दरें दे रहा है। इसके अलावा, कुछ लघु वित्त बैंक भी प्रतिस्पर्धी  (competitive) दरें दे रहे हैं। हालाँकि, यह समझना  (Understand) ज़रूरी है कि यह ब्याज दर सामान्य खातों  (general accounts)  पर लागू नहीं होती, बल्कि ज़्यादा बैलेंस (excess balance)  वाले खातों पर लागू होती है।

 

 

सार्वजनिक  (Public)  क्षेत्र के बैंक अभी भी पारंपरिक (traditional)  दरों पर ही ब्याज दे रहे हैं, जो आमतौर (usually)  पर 2.70 से 4 प्रतिशत के बीच होती हैं। अगर आप ज़्यादा ब्याज दर का लाभ  (Benefit)  उठाना चाहते हैं, तो आपको किसी निजी बैंक में खाता खोलना  (to open) होगा और न्यूनतम बैलेंस की ज़रूरतें पूरी करनी होंगी। बैंक चुनते समय, ब्याज दरों  (interest rates) के साथ-साथ अन्य सुविधाओं (features) , शुल्कों और ग्राहक सेवा  (customer service) पर भी विचार करना चाहिए।

 

आर्थिक परिस्थितियाँ  (circumstances) भी इसमें अहम भूमिका  (Role) निभाती हैं। मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने और आर्थिक स्थिरता  (Stability) बनाए रखने के लिए RBI समय-समय पर नीतिगत दरों में बदलाव करता रहता है। इसके अलावा, बैंकों को ऋण  (Loan) देने के लिए ज़्यादा जमा राशि  (Amount deposited) की आवश्यकता  (Need) होती है। इसलिए वे आकर्षक ब्याज  (attractive interest) दरों के ज़रिए ग्राहकों को ज़्यादा धन जमा करने के लिए प्रोत्साहित  (encouraged) करते हैं। यह व्यवस्था ग्राहकों  (customers) और बैंकों, दोनों के लिए फायदेमंद  (beneficial) है।

 

 

जमा राशि के अनुसार ब्याज दर की जानकारी (Information)
DCB बैंक की नई ब्याज  (new interest) दर योजना जमा राशि  (Amount deposited) के विभिन्न स्लैब के अनुसार तय की गई है। छोटी जमा राशि  (small deposit) पर कम ब्याज मिलता है और बड़ी जमा राशि  (large deposits) पर ज़्यादा ब्याज मिलता है। उदाहरण के लिए, अगर आपके खाते में 1 लाख रुपये से कम है, तो आपको केवल 2.25 प्रतिशत ब्याज मिलेगा, जो अन्य बैंकों के मुकाबले  (competition) कम या बराबर है। लेकिन जैसे-जैसे जमा राशि बढ़ती है, ब्याज दरें भी बढ़ती हैं।

 

 

अगर आप 50 लाख रुपये से ज़्यादा लेकिन 2 करोड़ रुपये तक जमा करते हैं, तो आपको सबसे ज़्यादा 7.25 प्रतिशत ब्याज  (percentage interest) मिलेगा। यह उन लोगों के लिए एक बेहतरीन  (excellent) विकल्प है जो अपनी बड़ी रकम को सुरक्षित  (Safe) रखना चाहते हैं और साथ ही बेहतर रिटर्न  (Return) भी पाना चाहते हैं। हालाँकि, इतनी ऊँची ब्याज  (high interest) दर का लाभ उठाने के लिए आपको बैंक में बड़ी रकम  (big amount) रखनी होगी, जो हर किसी के लिए संभव  (possible) नहीं है।

ब्याज  (Interest) और अन्य ज़रूरी चीज़ों पर कर
बचत खाते  (savings accounts) पर मिलने वाला ब्याज (Interest) पूरी तरह से कर-मुक्त नहीं होता। आयकर नियमों के अनुसार, यह ब्याज (Interest)  आपकी कुल आय में जोड़ा जाता है और आपके टैक्स स्लैब  (tax slab) के अनुसार उस पर कर लगाया जाता है। व्यक्तिगत करदाताओं को धारा 80TTA के तहत 10,000 रुपये तक के ब्याज (Interest) पर छूट मिलती है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए धारा 80TTB के तहत यह सीमा 50,000 रुपये है।

 

 

यह भी ध्यान  (Attention) रखना ज़रूरी  (necessary) है कि अगर आपके खाते  (accounts) में मिलने वाला कुल ब्याज (Interest)  40,000 रुपये (वरिष्ठ नागरिकों के लिए 50,000 रुपये) से ज़्यादा है, तो बैंक स्रोत पर कर (TDS) काटता है। इसलिए, ऊँची ब्याज दरों का लाभ उठाते समय करों के प्रभाव  (Effect) को समझना भी ज़रूरी है। अपने वित्तीय सलाहकार (financial advisor)  से परामर्श  (Counseling) करके आप बेहतर योजना  (Plan) बना सकते हैं और कर बचत विकल्पों का लाभ  (Benefit) भी उठा सकते हैं।

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